नई दिल्ली : बुलेट ट्रेन यानी बिजली सी रफ्तार। घंटों की दूरी मिनटों में। भारत में लंबे समय से लोगों को बुलेट ट्रेन (Bullet Train in India) का इंतजार है। रेल मंत्रालय देश में 7 बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर काम कर रहा है। देश में जो बुलेट ट्रेन चलेगी उसकी औसत स्पीड 250 किलोमीटर प्रति घंटा और परिचालन स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। दुनिया में इस समय अधिकांश बुलेट ट्रेनें करीब 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बुलेट ट्रेन कितनी तेज रफ्तार से दौड़ सकती है। हाल ही में चीन दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन लेकर आया है। इस ट्रेन का नाम मैग्लेव (Maglev) है। यह ट्रेन 600 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड पर चल सकती है। आइए इस ट्रेन सहित दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेनों के बारे में जानते हैं।
यह है दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन
इस समय दुनिया की सबसे तेज बुलेट ट्रेन चीन की मैग्लेव (World’s Fastest Train Maglev) है। चीन पिछले महीने ही इस ट्रेन को लेकर आया है। इस ट्रेन की टॉप स्पीड 600 किलोमीटर प्रति घंटा है। चीन के ट्रेन मेकर सीआरआरसी ने जर्मनी में एक रेलवे इंडस्ट्री ट्रेड फेयर के दौरान इस हाई स्पीड ट्रेन को लॉन्च किया। कंपनी का कहना है कि ट्रेन के प्रोटोटाइप का चीन में सफलतापूर्वक टेस्ट रन हो चुका है। इससे पहले चीन की सबसे तेज बुलेट ट्रेन शंघाई मैग्लेव (Shanghai Maglev) थी। शंघाई में चलने वाली इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 430km प्रति घंटे है। इसकी औसत स्पीड भी 251 किलोमीटर प्रति घंटे है। मैग्लेव ने अप्रैल 2004 में कामर्शियल ऑपरेशन शुरू किया था। इस ट्रेन का निर्माण सीमेंस और थिसेन क्रुप (Siemens and ThyssenKrupp) के कंसोर्टियम ने किया था।
फ्रांस की यूरोडुप्लेक्स टीजीवी
चीन की नई मैग्लेव से पहले दुनिया की सबसे तेज वाणिज्यिक बुलेट ट्रेन फ्रांस की थी। इसका नाम यूरोडुप्लेक्स टीजीवी (Euroduplex TGV) है। इस ट्रेन ने तीन अप्रैल 2007 को 574.8 किलोमीटर प्रति घंटा का रेकॉर्ड बनाया था। बता दें कि नए डिजाइनों का परीक्षण करने के लिए ट्रेनसेट, ट्रैक और कैंटीनरी को संशोधित किया गया था। टीजीवी ट्रेन सेट Alstom और Bombardier द्वारा निर्मित हैं। यूरोडुप्लेक्स टीजीवी साल 2011 में पहली बार रेल सेवा में आई थी। यह दुनिया की पहली डबल डेक हाई-स्पीड ट्रेन भी है। इस ट्रेन में 1020 यात्री यात्रा कर सकते हैं।
एजीवी इटालो भी कम नहीं
यूरोप की सबसे मॉडर्न ट्रेन (Modern Train) के रूप में जाने जाने वाली एजीवी इटालो (AGV-Italo) ने भी टेस्ट रन के दौरान अप्रैल 2007 में 574.8 किलोमीटर प्रति घंटे का रेकॉर्ड बनाया था। इस ट्रेन को एल्सटॉम (Alstom) ने बनाया है। इस समय यह ट्रेन इटली के नापोली-रोमा-फिरेंज़े-बोलोग्ना-मिलानो कॉरिडोर पर चलती है। इसकी परिचालन स्पीड 360 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह ट्रेन अप्रैल 2012 में सेवा में आई थी।
सीमेंस वेलारो ई/एवीएस 103स्पेन में एवीई एस 103 AVE S 103 के रूप में नामित वेलारो ई, दुनिया में सबसे तेज सीरिज प्रोडक्शन की हाई-स्पीड ट्रेन है। इसने स्पेन में अपनी परीक्षण यात्राओं के दौरान लगभग 400 किमी प्रति घंटे की गति भी प्राप्त की थी। इसकी ऑपरेशन स्पीड 350 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह ट्रेन बार्सिलोना-मैड्रिड लाइन पर चलती है।
स्पेन की टैल्गो 350
स्पेन में ही चलने वाली टैल्गो 350 ने अपने ट्रायल रन के दौरान 365kmph की अधिकतम गति प्राप्त की थी। जबकि इसकी अधिकतम स्पीड 350 किमी प्रति घंटा है। T350 को पेटेंट टैल्गो (Tren Articulado Ligero Goicoechea Oriol) द्वारा विकसित किया गया था और बॉम्बार्डियर ट्रांसपोर्टेशन के सहयोग से टैल्गो (Talgo) द्वारा बनाया गया है।
हार्मनी CRH 380A
हार्मनी CRH 380A ट्रेन भी चीन में ही चलती है। इस ट्रेन की अधिकतम स्पीड 380 किलोमीटर प्रति घंटे की है। लेकिन दिसंबर 2010 में परीक्षण के दौरान इसे 486.1 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने का रिकार्ड है। बीजिंग से शंघाई तक चलने वाली इस बुलेट ट्रेन का कामर्शियल ऑपरेशन अक्टूबर 2010 में हुआ था। इस ट्रेन का निर्माण सीएसआर किंगदाओ सिफांग लोकोमोटिव एंड रोलिंग स्टॉक (CSR Qingdao Sifang Locomotive & Rolling Stock) द्वारा किया गया था।
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