नई दिल्ली : चक्रवाती तूफान मोका (Mocha Cyclone) की वजह से देश के कई हिस्सों में प्री मॉनसून सीजन के मौसम (Weather Updates) में बदलाव दर्ज किए जा रहे हैं। कहीं प्री मॉनसून बारिश (Pre-Monsoon Rain) बढ़ गई है तो कहीं इसकी वजह से लू का प्रकोप (Heatwaves conditions) तेज हो रहा है। एक्सपर्ट के अनुसार मोका ने कई जगह पर मौसमी एक्टिविटी (IMD Weather Prediction) को ट्रिगर किया है। वहीं पूर्वी भारत में मोका की वजह से प्री मॉनसून गतिविधियां कम होंगी और गर्मी तेजी से बढ़ेगी। पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में 12 मई तक लू चलेगी।
बेंगलुरु में प्री मॉनसून सीजन में कुछ जगहों पर बाढ़ जैसे हालात हैं। मई के 10 दिनों में यहां 121.8 एमएम बारिश हो चुकी है। अगले दो दिनों में महीने भर की बारिश यहां हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार साउथ पेनिनसुला रिजन को इस समय कई वेदर सिस्टम प्रभावित कर रहे हैं। इसमें आने वाला तूफान मोका सबसे बड़ा सिस्टम है। स्काईमेट के मेट्रोलॉजी और क्लाइमेट चेंज के प्रेजिडेंट जी पी शर्मा के अनुसार बेंगलुरु में प्री मॉनसून सीजन का पीक चल रहा है। मोका ने यहां बारिश को और ट्रिगर किया है। इसकी वजह से हवाओं का पैटर्न बदला है और बारिश बढ़ी है। यह बारिश अगले दो से तीन दिन जारी रह सकती है। जैसे-जैसे डिप्रेशन गहरा होगा, हवाओं में नमी बढ़ेगी और बेंगलुरु के हालात सुधरेंगे।इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी के क्लाइमेट साइंटिस्ट डॉ रॉक्सी मैथ्यु कॉल ने बताया कि इस समय समुद्र की सतह गर्म है। इस वजह से अधिक गर्मी और नमी की वजह से साइक्लोन को ताकत मिल रही है। यह काफी लंबा साइक्लोन रह सकता है। आमतौर पर तट के नजदीक आते-आते साइक्लोन की ताकत कम हो जाती है। लेकिन बंगाल की खाड़ी के तापमान एक से दो डिग्री अधिक हैं। यह साइक्लोन को बनने में मदद कर रहे हैं। इसकी वजह से मौसम में बदलाव हो रहे हैं।