लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने जातीय जनगणना के पक्ष में माहौल बनाने के लिए गुरुवार को सामाजिक न्याय यात्रा की शुरुआत की। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर इस यात्रा को रवाना किया। 17 जिलों से होती हुई यह यात्रा 25 नवंबर को बिजनौर में समाप्त होगी। इस मौके पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए संघर्ष करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि सपा की यह सामाजिक न्याय यात्रा वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत जनगणना सहित कई मुद्दों पर लोगों को जागरूक करने का काम करेगी। यात्रा लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बरेली, बदायूं, संभल, मुरादाबाद, अमरोहा, हापुड़, गाजियाबाद, मेरठ, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर से जनसंपर्क करते हुए बिजनौर में समाप्त होगी। यात्रा का नेतृत्व नूरपुर (बिजनौर) के विधायक राम अवतार सिंह सैनी कर रहे हैं।
सपा मुखिया ने कहा कि मुझे खुशी इस बात की है कि पार्टी से लोगों को जोड़ने के लिए सामाजिक न्याय यात्रा निकाली जा रही है। पिछड़े, दलित, आदिवासी, गरीब जिनको अधिकार व सम्मान अभी तक भाजपा नहीं दे पाई है, इस यात्रा के माध्यम से इन्हें जागरूक किया जाएगा। बिना जातिगत जनगणना के सामाजिक और आर्थिक रूप से लोग सशक्त नहीं हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ रही है। अगर हमने सही समय पर फैसला नहीं लिया होता तो लाल टोपी और साइकिल चुनाव निशान मांगने वाला कोई नहीं होता। जहां तक गठबंधन की बात है तो यह पहले भी होती रही है, आज भी हो रही है और आगे भी होगी।
उन्होंने मध्य प्रदेश चुनाव में अच्छे परिणाम आने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में बेरोजगार बहुत है नौजवानों को नौकरी नहीं मिल रहा है। पुरानी पेंशन बहाल हो और शिक्षा को जिस तरह से निजी हाथों में दिया जा रहा है, इसे बंद होना चाहिए।