शिमला। पटाखे की चिंगारी से किसी की जिंदगी भर की कमाई जल गई तो कई लोगों को जख्म भी मिले। दीवाली पर दो दिन में प्रदेश में 44 से अधिक आग लगने की घटनाएं दर्ज हुई हैं। इनसे डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान आंका गया है। ये वे मामले हैं जो दर्ज हुए हैं, लेकिन दूरदराज क्षेत्रों में हुई कई घटनाओं की न तो पुलिस और न ही अग्निशमन विभाग को मिल पाई। इससे नुकसान का आंकड़ा और बढ़ जाएगा।
राहत की बात यह रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। बिलासपुर जिला को छोड़कर बाकी स्थानों पर आग की घटनाएं पेश आई हैं। सोलन में सबसे अधिक 11 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। वहीं, अग्निशमन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार करीब 10 करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान हुआ है। ये नुकसान पटाखों के अलावा अन्य कारणों से लगी आग के कारण हुआ है।
अग्निशमन कर्मियों की मुस्तैदी से लाखों रुपये के नुकसान को बचाया
प्रदेश के तीन जिलों में सबसे ज्यादा आग की घटनाएं हुई हैं इनमें कांगड़ा में 10, शिमला में नौ और सोलन में आठ घटनाएं बताई जा रही हैं। अग्निशमन विभाग ने आग से सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए हुए थे। अग्निशमन कर्मियों की दीवाली पर छुट्टियों को रद किया गया था। इसके साथ ही जिला प्रशासन द्वारा पटाखों की बिक्री के लिए विशेष स्थान चिह्नित किए गए थे। घासणियों में भी आग लगने की घटनाएं हुई हैं। जिसमें अग्निशमन कर्मियों की मुस्तैदी से लाखों रुपये के नुकसान को बचाया गया है।
यहां हुआ बड़ा नुकसान
मंडी व कुल्लू जिले में आठ जगहों पर लगी आग से पांच मकान, दो दुकानें व एक पशुशाला जल गई। शिमला जिले में अग्निकांड के नौ मामले सामने आए हैं। शिमला शहर में पटाखे चलाते 13 लोगों के हाथ झुलस गए। ननखड़ी में घासनी की आग से दो कमरे व एक रसोईघर जल गया। किन्नौर जिले के रिकांगपिओ के खवांगी स्थित चंद्र वुडन आर्ट शोरूम में भीषण आग लगने से करोड़ों रुपये का सामान जल गया।
सोलन जिले के कसौली बस स्टैंड में बहुमंजिला पार्किंग की ग्राउंड फ्लोर स्थित सब्जी की दुकान में आग लगने से हजारों रुपये का नुकसान हुआ है। बद्दी व नालागढ़ में पांच जगहों पर आग से पांच लाख रुपये से अधिक नुकसान हुआ है, जबकि करोड़ों रुपये की संपत्ति को जलने से बचा लिया गया है। हमीरपुर जिले में दीवाली की रात चार अग्निकांड हुए और लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। हमीरपुर बस स्टैंड में खड़ी निजी बस में अचानक आग लगने से जल गई।
ग्रामीणों ने चार घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया
भोरंज उपमंडल की पंचायत नंधन के बलेट गांव में पशुशाला, सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत पंचायत बलोंगणी में भी पशुशाला आग की भेंट चढ़ी है। इसके अलावा गलोड़ क्षेत्र के बलोह गांव में रघुबीर सिंह की पशुशाला में आग लग गई थी और ग्रामीणों ने चार घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया।