उत्तर प्रदेश के हापुड़ में वकीलों पर हुए लाठीचार्ज के बाद प्रदेश के अधिवक्ता आंदोलन पर उतारू हैं. प्रदेश के हरदोई, हापुड़, लखनऊ, बुलंदशहर समेत अन्य जिलों में वकील आंदोलनरत हैं. वकीलों में इस घटना को लेकर रोष दिखाई दे रहा है. बार काउंसिल ऑफ यूपी ने 13-14 सितंबर को हड़ताल का ऐलान किया था.




हरदोई में वकीलों ने किया काम का बहिष्कार
हरदोई में बार एसोसिएशन के महामंत्री आदर्श पांडेय के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट में विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद वकीलों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह को सौंपा. इसमें वकीलों ने हापुड़ के डीएम, एसपी और सीओ को हटाए जाने की मांग की है. साथ ही दोषी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी और घायल अधिवक्ताओं को मुआवजे देने की मांग की है. हरदोई में वकीलों ने काम का बहिष्कार किया. वकीलों की हड़ताल के कारण कोर्ट का कामकाज ठप रहा. अदालत में मुकदमों की सुनवाई नहीं हो सकी.
लखनऊ में सड़क पर उतरे वकील
राजधानी लखनऊ में भी वकीलों ने हापुड़ की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया. हापुड़ मे लाठीचार्ज के बाद डीएम और एसपी को न हटाए जाने से नाराज वकील सड़क पर उतरे. वकीलों ने जिला कचहरी के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. वकीलों का कहना है कि पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. डीएम और एसपी को भी अभी तक नहीं हटाया गया है. अपनी मांगे न माने जाने पर वकीलों ने विधानसभा भवन के घेराव की चेतावनी दी है.
बुलंदशहर में वकीलों ने किया विरोध प्रदर्शन
बुलंदशहर में भी हापुड़ अधिवक्ता प्रकरण पर वकीलों का जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. लाठीचार्ज की घटना ने नाराज वकील चौराहे पर इकट्ठा और हुए और जमकर नारेबाजी की. इस प्रदर्शन में भारी संख्या में अधिवक्ताओं ने हिस्सा लिया. वकीलों ने हापुड़ के डीएम और एसएसपी को बर्खास्त करने की मांग की है.
चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर के दखल के बाद भी मांगों पर अड़े वकील
हापुड़ में वकीलों पर पुलिस को लाठीचार्ज किए जाने के बाद बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. पिछले 15 दिनों से पूरे प्रदेश के वकील न्यायिक कामकाज से दूरी बनाए हुए हैं. इसके चलते अदालतों में न्याय की उम्मीद लेकर पहुंचने वाले फरियादियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के आहवाहन पर इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के साथ ही अवध बार एसोसिएशन भी हापुड़ के वकीलों के साथ खड़ा नजर आ रहा है. इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर के दखल के बावजूद भी वकील अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.
