उत्तर प्रदेश के हाथरस में मासूम कृतार्थ की मौत के बाद से कोहराम मचा हुआ है. घटना को लेकर मृतक बच्चे कृतार्थ के पिता मानसिंह ने बताया कि वह कोतवाली चंदपा क्षेत्र के गांव तुरसेन के रहने वाले हैं और नॉएडा में एक प्राइवेट कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं. उनका बेटा कृतार्थ सहपऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव रसगंवा के डीएल पब्लिक स्कूल में कक्षा 2 में पढ़ता था और इसी स्कूल के हॉस्टल में रहता था. स्कूल से सुबह 5 बजे सूचना मिली कि बेटे को बुखार आ गया है. खबर मिलते ही हम सभी लोग स्कूल के हॉस्टल पहुंचे लेकिन स्कूल और हॉस्टल संचालक ने हमें गुमराह किया.
कृतार्थ के पिता ने कहा कि वो स्कूल के संचालक को फोन करते रहे तो वो उन्हें वर्गलाता रहा. कभी उसने कहा कि वो आगरा में है तो कभी सादाबाद में लेकिन स्कूल संचालक छात्र की लाश को लेकर अपनी कार से फरार हो गया. जब परिजनों को बेटे का पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस को पूरे मामले की सूचना दी.
संचालक की कार से बरामद हुआ शव
पुलिस ने कुछ देर बाद ही हॉस्टल-स्कूल संचालक को उसकी कार सहित पकड़ लिया. संचालक की कार से जहां छात्र का शव बरामद हुआ वहीं कार में ही छात्र का स्कूल बैग रस्सी से बंधा हुआ मिला. कार पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. परिजनों ने हॉस्टल संचालक पर छात्र की हत्या का आरोप लगाया है. पुलिस मामले को लेकर जांच पड़ताल कर रही है. जानकारी के मुताबिक, कार से छात्र की लाश मिली तो छात्र की गर्दन पर चोट के निशान थे.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
मृतक के परिजन भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है और स्कूल के हॉस्टल में डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम ने पहुंचकर मामले की छानबीन की है. इस प्रकरण में स्कूल संचालक से भी पूछताछ की जा रही है. बच्चे के पिता का कहना है कि स्कूल संचालक ने ही उनके बच्चे की जान ली है. उसका गला घोंट कर उसे मारा गया है. पिता ने ये भी आरोप लगाया कि आरोपी स्कूल संचालक का किसी बड़े राजनेता से लेना-देना है इसलिए पुलिस पूरी तरह से इस मामले की जांच नहीं कर रही है. पुलिस ने अबतक इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.