प्रदेश के समस्त शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में अध्यनरत कक्षा 2 से 8 के विद्यार्थियों के जिला स्तरीय शैक्षिक ओलम्पियाड आयोजन के प्रथम दिवस 23 फरवरी को प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर निर्मित परीक्षा केन्द्रों में जिलों के दूरदराज के क्षेत्रों से आये विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
इस सबंध में संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्री धनराजू एस ने बताया कि, जन शिक्षा केन्द्र स्तरीय ओलम्पियाड उपरांत जिला स्तरीय ओलम्पियाड के लिए प्रत्येक जनशिक्षा केन्द्र के सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले कक्षा 2,3,4 एवं 5 के 2-2 विद्यार्थियों का चयन जिला स्तरीय शैक्षिक ओलम्पियाड हेतु किया गया है। इसके साथ ही कक्षा 6 से 8 के जिला स्तरीय ओलम्पियाड के लिए जनशिक्षा केन्द्र स्तर पर 5 विधाओं के 4-4 श्रेष्ठ विद्यार्थियों का चयन किया गया है। इन विधाओं में सामान्य ज्ञान आधारित प्रश्न मंच सहित हिन्दी, अंग्रेजी, विज्ञान एवं गणित विषय शामिल हैं। संचालक श्री धनराजू एस ने बताया कि, जिला स्तरीय शैक्षिक ओलम्पियाड हेतु कुल 85,896 विद्यार्थी चयनित हुए हैं। उन्होंने बताया कि, आज सम्पन्न हुई जिला स्तर की कक्षा 2-3 एवं 4-5 ओलम्पियाड प्रतियोगिता परीक्षा के लिए के विद्यार्थियों के लिए केवल अंग्रेजी विषय के 40-40 प्रश्नों के अलग-अलग प्रश्न पत्र तैयार किए गए थे। वहीं कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए सामान्य ज्ञान प्रश्न मंच और हिन्दी विषय की प्रतियोगिता परीक्षाएं भी आज सम्पन्न हुई है। जिसमें विभिन्न 50 प्रश्नों के उत्तर विद्यार्थियों के द्वारा OMR शीट पर अंकित किए गए। यहॉं विशेष उल्लेखनीय बात यह है कि राज्य शिक्षा केन्द्र, स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा आयोजित यह ओलम्पियाड प्रतियोगिता परीक्षा OMR शीट आधारित है। जिसमें शासकीय विद्यालयों के कक्षा 2 तक के बच्चे पहली बार OMR शीट का उपयोग कर रहे हैं।
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र ने बताया कि ओलम्पियाड के दूसरे दिवस 24 फरवरी को कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए अन्य विषयों की ओलम्पियाड परीक्षा तीन पालियों में होगी। जिसके अनुसार अंग्रेजी की परीक्षा प्रातः 11 से दोपहर 12:30 तक, विज्ञान की परीक्षा दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक तथा गणित ओलम्पियाड की परीक्षा अपरांह 4 से 5:30 तक आयोजित होगी।
जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाली इस ओलम्पियाड परीक्षा हेतु चयनित बच्चों के परिवहन, स्वल्पाहार एवं भोजन आदि की सभी व्यवस्थाएँ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा की गई हैं। इसके बावजूद अनेक बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों का हौसला बढ़ाने के लिए कहीं विभाग के द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहनों मे सवार होकर तो कहीं स्वयं अपने वाहन से बच्चों के साथ जिला मुख्यालय के परीक्षा केन्द्रों तक आए पूरे समय प्रांगण में बैठे रहे। ऐसे अनेक अभिभावकों ने बातचीत के दौरान बताया कि, नन्हें बच्चे जन शिक्षा केन्द्र की परीक्षा में सफल होकर जिला स्तर की परीक्षा हेतु चयनित हुए हैं, वे कभी गांव से बाहर अकेले नहीं गए तो उनका हौसला बढाने के लिए हम साथ आये हैं। हालांकि शिक्षकों ने बस की व्यवस्था के साथ ही आते जाते समय और बस में भी नाश्ते, खाने और पानी आदि की व्यवस्था की हैं, पर पहली बार घर से अकेले निकले बच्चे कहीं परीक्षा में मायूस ना हो जाएँ, इसलिए हमारा साथ आना आवश्यक था।