छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में सोमवार को गवर्नमेंट स्कूल पहुंचे IAS, IFS सहित प्रशासनिक अफसरों की उनके टीचर ने क्लास ली। इस दौरान उनका अटेंडेंस हुआ और क्लासेस भी हुईं। दरअसल, स्कूल में 1976 बैच के स्टूडेंट्स का सम्मेलन हुआ, जिसमें IAS, IFS, प्रशासनिक अधिकारी सहित उस बैच के डॉक्टर-इंजीनियर पहुंचे थे। इस कार्यक्रम में उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाने वाले शिक्षकों का सम्मान किया गया।
दयालबंद स्थित गर्वनमेंट मल्टीपरपज हायर सेकेंडरी स्कूल में सोमवार को छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के आला आइएएस व आईएफएस अफसर सहित अन्य प्रशासनिक अफसरों को अपने स्कूल के दिन याद आ गए। अपनी क्लास रूम में जाकर अपने शिक्षकों के अनुशासन और सीख को सोचने लगे। इस दौरान सभी अपनी-अपनी जगह पर बैठे। जब शिक्षक सीआरके राव ने वर्ष 1976 के विद्यार्थियों का अटेंडेंस लिया और रजिस्टर खोलकर नाम लिया। उन्होंने जैसे ही राजेंद्र प्रसाद मंडल का नाम लिया बेंच से एक विद्यार्थी खड़े हुए और उपस्थित सर कहकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
ये वही राजेंद्र प्रसाद मंडल हैं, जो अब प्रदेश के मुख्य सचिव रहे हैं। इस दौरान उन्होंने इसी तरह से अपने एक-एक पूर्व विद्यार्थी का नाम पुकारा और उपस्थित सर की गूंज क्लास रूम में कुछ मिनटों तक गूंजती रही। यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ। अटेंडेंस के बाद राव सर ने अपनी पसंदीदा विषय भौतिकी के एक अध्याय का अपने विद्यार्थियों को अध्ययन भी कराया। उपस्थित सभी पूर्व शिक्षकों और पूर्व विद्यार्थियों ने 50 वर्ष पूर्व विद्यालय में बिताए हुए स्वर्णिम पलों को याद किया और भाव-विभोर हुए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य आरके गौरहा सहित शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। इस दौरान आएएएस और पूर्व मुख्य सचिव आरपी मंडल, पीसीसीएफ IFS राजेश गोवर्धन, विद्युत नियामक आयोग के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र शुक्ला, IAS व पूर्व शिक्षा सचिव हेमंत पहारे, इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य बलवीर चावला, दीपक लाडिकर, जल संसाधन विभाग के एसई अनिल ललीत, ईई कमलेश सिंह, नरेंद्र राय, भिलाई स्टील प्लांट के जीएम प्रलय कांति वसु जीएम बीएसपी, सहायक संचालक संदीप चोपड़े सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
शिक्षकों का किया सम्मान
मल्टीपरपज स्कूल में वर्ष 1976 बेच के पूर्व विद्यार्थियों की ओर से सोमवार को शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती वंदना से हुई। समारोह में पूर्व विद्यार्थियों ने विद्यालय के पूर्व शिक्षकों सीआरके राव, डा आरडी सिंग,एसएल केशरवानी,एचबी शुक्ला, बीएल शर्मा, आरएस देवांगन,वीएस. तिवारी को शॉल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
सुविधा के बिना हमें बेहतर तालीम मिली
पूर्व विद्यार्थियों ने अपने गुरूजनों को नमन किया और कहा कि तब स्कूल में आज के जैसी सुविधाएं नहीं थीं। उस समय सिर्फ अनुशासन होती थी। उनके सफल मार्गदर्शन से आज हम अपनी मुकाम पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यहां के शिक्षकों ने अपने ज्ञान के प्रकाश से विद्यालय को नई ऊंचाइयां प्रदान की। उन्होंने कहा कि वर्ष 1902 में निर्मित इस विद्यालय का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस विद्यालय से कई प्रतिभावान विद्यार्थी निकले हैं। कई पूर्व विद्यार्थियों ने आइएएस, आइपीएस, आइएफएस सहित विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की है और देश व प्रदेश के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं।