वॉशिंगटन: अमेरिका की गिनती दुनिया का सबसे शक्तिशाली और विकसित देशों में की जाती है। लोग भी हर अच्छे मामले में अपने देश की तुलना अमेरिका से ही करते हैं। लेकिन, अब उसी अमेरिका में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। हालात इतने बुरे हैं कि गर्भवती महिलाओं को बच्चों को जन्म देने के लिए अस्पताल नहीं मिल रहे। हेल्थ केयर कंसल्टिंग फर्म चार्टिस की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2011 से अमेरिका में 2017 अस्पतालों ने लेबर एंड डिलीवरी डिपार्टमेंट को बंद किया है। न्यूज वेबसाइट सीएनएन की रिपोर्ट में बताया गया है कि अकेले पिछले एक साल में कम से कम 13 ऐसे अस्पताल थे, जिन्होंने लेबर और डिलीवरी डिपार्टमेंट को बंद करने का ऐलान किया है।
मैटर्निटी विभागों के बंद होने से मचा हड़कंप
मैटर्निटी विभाग में गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सर्विसेज अस्पताल दर अस्पताल अलग-अलग होती हैं। अधिकांश अस्पताल मैटर्निटी संबंधित सेवाएं प्रदान करते हैं। इनमें गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी को सामान्य या ऑपरेशन के माध्यम से की जाती है। ये अस्पताल बच्चे के जन्म के पहले और बाद की स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान करते हैं। इनमें स्तनपान विशेषज्ञ और निजी प्रसव कक्ष शामिल हो सकते हैं। यहां तक कि अधिकतर मैटर्निटी अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से डॉक्टर्स और केयर यूनिट भी बने होते हैं। कुछ का आस-पास के दूसरे बच्चों के अस्पतालों से टाइअप होता है।
बोनर जनरल हेल्थ नदी हेगा मैटर्निटी सर्विसेज
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सबसे बड़े अस्पताल चेन में से एक बोनर जनरल हेल्थ 19 मई के बाद मैटर्निटी सर्विसेज नहीं देगा। इसका अर्थ है कि इन अस्पतालों में अब बच्चों को जन्म देने वाले ना तो डॉक्टर होंगे और ना ही इससे जुड़ी कोई सर्विसेज मिल सकेगी। इसके अलावा यूनिट में अब गंभीर रूप से बीमार नवजात शिशुओं के लिए 24 घंटे एनिस्थिसिया सपोर्ट या उनकी देखभाल या बच्चों को एक अस्पताल से दूसरी अस्पताल तक लेकर जाने वाले मेडिकल व्हीकल भी नहीं मिलेंगे। मैटर्निटी यूनिट को बंद करने वाले कुछ अस्पताल टैंपररी बेसिस पर महिलाओं को चिकित्सीय सुविधा प्रदान कर रहे हैं।
इन राज्यों में गर्भवती महिलाओं पर सबसे ज्यादा असर
अमेरिकी स्वास्थ्य सेवाओं पर नजर रखने वाली चार्टिस की रिपोर्ट कहती है कि जिन राज्यों में गर्भवती महिलाओं के इलाज में सबसे अधिक नुकसान हुआ है, उनमें मिनेसोटा, टेक्सास, आयोवा, कंसास और विस्कॉन्सिन शामिल हैं। इन राज्यों में से हर एक में 10 से अधिक मैटर्निटी यूनिट बंद हुए हैं। शिशु और मातृ स्वास्थ्य पर नजर रखने वाले एनजीओ मार्च ऑफ डाइम्स के डेटा के अनुसार, 1,119 अमेरिकी काउंटियों में प्रसव उम्र की 22 लाख से अधिक महिलाओं को मातृत्व देखभाल नहीं मिल रहा है। इसका अर्थ है कि उनकी काउंटियों में प्रसूति देखभाल केंद्र और बच्चों को जन्म देने वाला अस्पताल नहीं है।
पैसे की कमी से बंद हो रहे मैटर्निटी अस्पताल
मैटर्निटी यूनिटों को बंद करने का एक कारण पैसा है। मातृत्व इकाइयों को बंद करने का एक कारण पैसा है। अमेरिकन हॉस्पिटल एसोसिएशन के अनुसार, अमेरिका में 42% जन्म का भुगतान सरकार की मेडिकेड योजना के अनुसार किया जाता है। इसमें अस्पतालों को मिलने वाली रकम काफी कम है। अमेरिका में स्वास्थ्य देखभाल लागत और उसके डेटा का विश्लेषण करने वाले एनजीओ हेल्थ केयर कॉस्ट इंस्टीट्यूट के अनुसार, प्राइवेट स्वास्थ्य बीमा एक डिलीवरी के लिए लगभग 15000 डॉलर का भुगतान करते हैं, जबकि मेडिकेड लगभग 6500 डॉलर ही देती है।