बालोद जिले के एकमात्र मां दंतेश्वरी सहकारी शक्कर कारखाने में सोमवार को विधि-विधान से मशीनों की पूजा की गई। इस दौरान पूरा स्टाफ मौजूद रहा। इसके साथ ही एक ट्रैक्टर गन्ने से पेराई सत्र का शुभारंभ किया गया। अगले 5 दिनों तक गन्ना लाने के लिए जिले के 500 किसानों को टोकन जारी किया जा चुका है।
शक्कर कारखाना प्रबंधन के अनुसार, रोजाना 100 किसान 500 से 700 टन गन्ना लाएंगे, जिसकी पेराई होगी। पेराई का यह 14वां सीजन है। दिसंबर के पहले सप्ताह से गन्ने की पेराई शुरू कराने की प्लानिंग हुई थी। जिसके अनुसार किसानों को टोकन जारी किया गया है।
मेंटेनेंस का काम पूरा
शक्कर कारखाने के मैनेजिंग डायरेक्टर राजेंद्र राठिया ने बताया कि इस बार शुगर मिल का मेंटेनेंस कार्य पूरा हो चुका है और हम गन्ने की पेराई के लिए तैयार हैं। हमने विधिवत पूजा-अर्चना की है और शुभारंभ के लिए एक ट्रैक्टर गन्ने को पेराई के लिए मंगवाया है। इस सीजन में 65 हजार मीट्रिक टन गन्ने की पेराई से 68 हजार क्विंटल शक्कर उत्पादन का लक्ष्य है। 1170 हेक्टेयर गन्ना कारखाने के उत्पादन क्षेत्र में है।
1148 किसान बेचेंगे गन्ना
राजेंद्र राठिया ने बताया कि 1 हजार 148 किसान इस बार गन्ना बेचेंगे। सभी का पंजीयन हुआ है। इसके साथ ही आसपास के जिले से भी गन्ने लाए जाएंगे। किसानों को किसी तरह की कोई समस्या ना हो, इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। किसान विश्राम कक्ष में उनके लिए मनोरंजन की व्यवस्था की गई है। किसानों की गाड़ियां जाम न हो, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है।
दो लाख मीट्रिक टन गन्ने की जरूरत
प्रबंधन के अनुसार 5 माह तक लगातार गन्ना पहुंचे, तो कारखाने में नियमित पेराई में कोई दिक्कत नहीं आएगी। गन्ने की कमी की वजह से हर साल ब्रेकडाउन की स्थिति बन जाती है। इस बार भी इसकी आशंका बनी हुई है। 3500 हेक्टेयर में गन्ने की खेती होगी, तभी 2 लाख मीट्रिक टन गन्ना पहुंच सकता है।
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर कर्मचारी
इधर मां दंतेश्वरी सहकारी शक्कर कारखाने के कर्मचारी अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कर्मचारियों ने प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रबंधन द्वारा उनके मजदूर संगठन को तोड़ने का काम किया जा रहा है। जो प्रबंधन के भ्रष्टाचार को उजागर कर रहे हैं, उन्हें कारखाने से बाहर निकाला जा रहा है। कारखाने से 500 मीटर की दूरी पर तंबू लगाकर मजदूर हड़ताल पर बैठ गए।