आगरा। आगरा के जगनेर में ब्रह्मकुमारीज प्रजापिता केंद्र में सगी बहनों के आत्महत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों ताराचंद और गुड्डन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दाेनों बहनों ने सुसाइड नोट में इनका जिक्र किया है। वहीं, दो अन्य लोगों नीरज सिंघल और महिला की गिरफ्तारी के लिए टीम माउंट आबू और ग्वालियर भेजी गई है।
प्रारंभिक जांच में आत्महत्या के पीछे भरतपुर के रहने वाले नीरज सिंघल द्वारा ब्रह्मकुमारीज एकता और शिखा को धोखा देकर 25 लाख रुपये लेकर ग्वालियर केंद्र पर जाना था। बहनों को सात लाख रुपये परिवार ने दिए थे। जबकि 18 लाख रुपये उन्होंने दानदाताओं से जुटाए थे। यह धनराशि बहनों ने जगनेर मे बसेड़ी रोड पर स्थित ब्रह्मकुमारीज प्रजापिता केंद्र के लिए जुटाई थी। इसका उद्घाटन होना था।
दो बहनों ने लिखा था चार पेज का सुसाइड नोट
जगनेर कस्बे की रहने वाली सगी बहनों 38 वर्षीय एकता और उनकी छोटी बहन 34 वर्षीय शिखा ने शुक्रवार की रात को बसेड़ी रोड पर स्थित ब्रह्मकुमारीज प्रजापिता केंद्र में आत्महत्या कर ली थी। दोनाें बहनों ने आत्महत्या से पहले चार पेज का सुसाइड नोट लिखा है। इसमें आश्रम के नीरज सिंघल के अलावा ताराचंद, गुड्डन और एक महिला काे जिम्मेदार ठहराया है। रूपवास का रहने वाला नीरज 19 वर्ष से एकता और शिखा के साथ केंद्र पर रह रहा था।
पिता ने जमीन बेचकर केंद्र बनवाने में किया था सहयोग
जगनेर रोड पर ब्रह्मकुमारीज प्रजापिता केंद्र बनवाने पर यहां रहने की कहा था। एकता और शिखा को उनके पिता ने जमीन बेचकर सात लाख रुपये ब्रह्मकुमारीज प्रजापिता केंद्र बनवाने में सहयोग के लिए दिए थे। जबकि 18 लाख रुपये दोनाें बहनों ने दानदाताओं से जुटाए थे।
बहनों ने सुसाइड नोट में लिखा है कि केंद्र में साथ रहने वाले नीरज और महिला बहनों को धोखा देकर करीब एक वर्ष पहले 25 लाख रुपये लेकर चले गए थे। इस धनराशि को अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में खर्च कर ग्वालियर में एक फ्लैट ले लिया।
एसीपी खेरागढ़ महेश कुमार ने बताया कि मामले में ताराचंद और गुड्डन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। नीरज और महिला की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई हैं। एकता और शिखा के स्वजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।