नई दिल्ली: गूगल (Google) और ऐपल (Apple) एक दूसरे की राइवल कंपनियां है। दोनों के बीच एक -दूसरे को पछाड़ने की होड़ लगी रहती है। अब दोनों ही कंपनियों के सीईओ एक दूसरे से भिड़ गए हैं। वजह हैं दो भारतीय। गूगल और ऐपल के बॉस आपस में उलझ गए हैं। इन दोनों की लड़ाई की वजह है दो इंडियंस। श्रीनिवासन वेंकटाचार्य ( Srinivasan Venkatachary), स्टीवन बेकर (Steven Baker) और आनंद शुक्ला ( Anand Shukla) के लिए गूगल और ऐपल में ठन गई है। इन में से दो भारतीय हैं। जब आप इसकी वजह जानेंगे तो हिन्दुस्तानी होने पर गर्व करेंगे। भारतीयों के दिमाग का दुनिया कायल है। अब इन दोनों भारतीयों के लिए दुनिया की दो दिग्गज कंपनियां आपस में भिड़ गईं।
क्यों आपस में भिड़ गए सुंदर पिचाई और टिम कुक ?
दरअसल AI के बाजार में अपनी बादशाहत कायम करने के लिए दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियों आपस में लड़ रही है। गूगल और ऐपल भी इस मौके को छोड़ना नहीं चाहते। Apple के सामने पहले से ही कई राइवल्स है। उसे OpenAI, Google और Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों से चुनौती मिल रही है। कंपनियों के बीच भारी कंपिटिशन चल रहा है। ऐपल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के चीफ की चुनौती और बढ़ गई है। श्रीनिवासन वेंकटाचार्य, स्टीवन बेकर और आनंद शुक्ला तीनों इंजीनियर्स ने ऐपल को छोड़कर गूगल का हाथ थाम लिया है।
गूगल से खड़ी कर दी मुश्किल
द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक श्रीनिवासन वेंकटाचार्य, स्टीवन बेकर और आनंद शुक्ला तीनों ही इंजीनियर्स ने ऐपल के AI टेक्नोलॉजी को एडवांस बनाने में अहम भूमिका निभाई। अब उन्होंने कंपनी का साथ छोड़ दिया है। ऐपल के सीईओ टिम कुक (Tim Cook) ने तीनों को मनाने की खूब कोशिश की, लेकिन वो माने नहीं। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) तीनों से पर्सनली मिले और उन्हें बेहतर पैकेज और ऑफर्र देकर अपनी तरफ खींच लिया। अब तीनों गूगल का हिस्सा बन गए हैं। तीनों इंजीनियर्स ने गूगल ज्वाइन कर लिया। इसके बाद से ही पिचाई और कुक के बीच मामला गरमा गया है।
कौन हैं दोनों भारतीय
श्रीनिवासन वेंकटाचार्य और आनंद शुक्ला भारतीय है। दोनों ही IIT से पास आउट हैं। वेंकटाचार्य गूगल में इंजीनियरिंग और AI प्रोडक्ट एक्सपेंशन में वाइश प्रेसिडेट हैं। उन्होंने IIT मद्रास से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। वहीं आनंद शुक्ला ने आईआईटी कानपुर से बीटेक किया है। वेंकटाचार्य ने अक्टूबर 2022 में ऐपल को अलविदा कहा तो वहीं एक महीने बाद आनंद शुक्ला ने भी कंपनी छोड़ दी।