नई दिल्ली: अगर आप फ्लैट खरीदने की सोच रहे हैं तो बिना प्रमाणपत्र यानी ओसी के कब्जा मत लीजिएगा। बिना प्रमाणपत्र के फ्लैट लेने के कई नुकसान हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, कर्ज में दबी रियल्टी कंपनी सुपरटेक ने उत्तर-प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा में बिना ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट यानी ओसी के 9705 फ्लैट मालिकों को कब्जा दे दिया है। हाल ही में दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई शहरों में बिल्डरों ने बिना प्रमाणपत्र के फ्लैटों का कब्जा देने की पेशकश की है। इसी साल अगस्त में नोएडा में सुरपटेक बिल्डर के दो 31 मंजिला टॉवर एपेक्स और सियाने को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ध्वस्त कर दिया गया था। ऐसे में अगर आप फ्लैट लेने की सोच रहे हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जिससे आपको बाद में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। आइए आपको बताते हैं बिना प्रमाणपत्र के फ्लैट लेने पर आपको क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं। इस मामले में घर खरीदारों के एक संगठन ने कहा कि ओसी का न होना फ्लैट मालिकों के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, नोएडा में ऐसे फ्लैटों की संख्या 50 हजार से एक लाख के बीच हो सकती है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा में बिना ओसी के सबसे ज्यादा कब्जे दिए गए हैं। इसमें 148 टॉवर/भूखंड/विला में करीब 10 हजार आवास ऐसे हैं, जिनमें कब्जे की पेशकश ओसी के बिना ही की गई है। इन परियोजनाओं में ग्रेटर नोएडा में इको-विलेज 1 में ओसी के बिना सबसे ज्यादा 3171 कब्जे दिए गए हैं।