रायपुर । रायपुर की सेंट्रल जेल में कोल कारोबारी सूर्यकांत तिवारी मनी लॉन्ड्रिंग केस में बंद हैं। ईडी ने इन्हें कई मामलों पर आरोपी बनाया है।
आईटी अफसरों से बदसलूकी और कोल वसूली के मामले में बेंगलुरु में भी कारोबारी के खिलाफ केस दर्ज है। इस मामले में पूछताछ के लिए बीते 4 दिन से कर्नाटक पुलिस रायपुर में भटक रही है। कर्नाटक से आई जांच टीम को न ही जेल में सहयोग मिला न ही अस्पताल में।
अब रायपुर की विशेष अदालत ने सेंट्रल जेल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। बार-बार कर्नाटक टीम को यह कहकर टाला गया कि, कारोबारी की तबीयत ठीक नहीं है।
अदालत ने ये भी पूछा है कि कारोबारी को ऐसी कौन सी बीमारी हो गई है, ये भी अदालत को बताएं।
शुक्रवार शाम यानि आज इस मामले में जेल अधीक्षक और अस्पताल प्रबंधन को अदालत में जवाब देना है। कारोबारी का अंबेडकर अस्पताल में इलाज जारी होने का दावा किया गया है।
कर्नाटक पुलिस ने अदालत से पूछताछ की अनुमति मांगी थी। ट्रांजिट रिमांड के लिए कर्नाटक पुलिस की टीम ने अदालत में अर्जी दी है। शुक्रवार को इस मामले में आगे क्या होगा, ये परिस्थिति साफ होगी।
6 पुलिसकर्मी बेंगलुरु से रायपुर आए हैं। दरअसल कारोबारी के खिलाफ बेंगलुरु में मिले सबूतों के आधार पर FIR दर्ज कराई गई। केस अवैध वसूली का है। इसी सिलसिले में कर्नाटक पुलिस पूछताछ करना चाहती है।
कर्नाटक पुलिस को रायपुर की विशेष अदालत ने जेल में पूछताछ करने की मंजूरी दी। रायुपर की सेंट्रल जेल में दोपहर से रात 8 बजे तक कर्नाटक पुलिस को बैठाया गया, फिर जेल अधीक्षक ने कह दिया कि वो बीमार है। पूछताछ नहीं की जा सकती है।
कर्नाटक पुलिस ने फिर अस्पताल पहुंची। जहां कह दिया गया कि जेल से अपने साथ किसी कर्मचारी को लाएं। तभी पूछताछ कर सकते हैं। फिर कर्नाटक पुलिस जेल गई, वहां से कोई अस्पताल नहीं आया।
फिर अस्पताल की ओर से कह दिया गया कि आरोपी की तबीयत ठीक नहीं है, उनसे पूछताछ नहीं की जा सकती।
कर्नाटक पुलिस ने अदालत को सब कुछ बताया। जेल अधीक्षक के खिलाफ अदालत की अवमानना की कार्रवाई करने को कहा। इस पर अब अदालत ने जेल अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया है। अस्पताल प्रबंधन से भी सूर्यकांत तिवारी की बीमारी के बारे में जवाब मांगा गया है।
दरअसल पिछले साल 2022 में कोल अवैध वसूली टैक्स चोरी के मामले में IT की सेंट्रल टीम ने रायपुर में छापेमारी की थी। तब खबर मिली कि कारोबारी बेंगलुरु के एक होटल में छिपा हुआ है। वहां आयकर टीम को कई अहम सबूत मिले। जिसके चलते वहीं केस दर्ज किया गया।
होटल के कमरे में जब कारोबारी को ट्रेस करते हुए टीम पहुंची, तो वहां जमकर ड्रामा हुआ। ये खुलासा खुद आयकर के शिकायत पत्र में लिखा गया है।
बीते साल कोल व्यापारी से पूछताछ के लिए बेंगलुरु के होटल शेरेटन ग्रांड में इनकम टैक्स की टीम पहुंची थी।
आरोप है कि कमरा नंबर 664 में ठहरे आरोपी को जैसे ही टीम ने अपनी पहचान बताई, उसने भागकर खुद को बाथ रूम में बंद कर लिया। काफी समझाने के बाद सूर्यकांत तिवारी ने बाथ रूम का दरवाजा खोला। जिसके बाद कमोड से आईफोन बरामद किया गया।
टीम ने यह भी आरोप लगाया है कि बाथरुम से बाहर आते ही आरोपी ने अपनी जेब से कुछ कागज निकाला और उसे फाड़कर मुंह में डालकर चबाना शुरू कर दिया। इस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो अफसरों को धक्का देकर मारपीट की कोशिश की गई।
इस दौरान पुलिसकर्मियों ने आरोपी से जांच में सहयोग करने और कागज को थूकने के लिए कहा।
आरोप है कि उसने मोबाइल में उपलब्ध महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेजों से छेड़छाड़ की। नष्ट किए गए कागज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में उपलब्ध जानकारी और दस्तावेज अत्यंत महत्वपूर्ण थे।