परिवहन आयुक्त एवं नोडल अधिकारी राज्य सड़क सुरक्षा समिति श्री एस.के. झा ने राज्य सड़क सुरक्षा समिति की लीड एजेंसियों को ब्लेक स्पॉट्स के परिशोधन के लिये तत्परता से कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग को सभी एम्बुलेंस में जीपीएस सिस्टम लगाये जाने की कार्य-योजना तैयार की जाये। स्कूली स्तर पर विद्यार्थियों और पुलिस विभाग को विभिन्न प्रकार से दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये जागरूक करें। श्री झा ने गत दिवस राज्य सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीटीआरआई श्री जी. जनार्दन और विभिन्न नोडल एजेंसी के अधिकारी मौजूद रहे।
परिवहन आयुक्त श्री झा ने निर्देशित किया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये सभी आवश्यक प्रबंध तत्परता से किये जायें। ब्लेक स्पॉट्स के परिशोधन को प्राथमिकता दें। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लोक निर्माण एवं सड़क निर्माण की एजेंसियों को ब्लेक स्पॉट की जानकारी संकलित करने, ब्लेक स्पॉट के परिशोधन के लिये किये गये कार्यों एवं परिशोधन से दुर्घटनाओं में दर्ज हुई कमी की जानकारी तैयार करने, ब्लेक स्पॉट्स के शॉर्ट टर्म परिशोधन के लिये बजट की आवश्यकता एवं ट्रॉफिक कॉमिंग मेजर्स के लिये आवश्यकता अनुसार बजट राज्य सड़क सुरक्षा निधि से प्रदान करने के लिये कार्य-योजना तैयार करने को भी कहा गया।
परिवहन आयुक्त ने प्रदेश में संचालित निजी एवं शासकीय चिकित्सालयों में अनुबंधित एम्बुलेंस की जानकारी निर्धारित प्रपत्र में संकलित करने के निर्देश दिये, जिससे दुर्घटना की स्थिति में तत्परता से आपातकालीन चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सके। उन्होंने कहा कि सभी एम्बुलेंस में जीपीएस सिस्टम लगाये जाने की कार्य-योजना तैयार करें, जिसमें केन्द्र सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नम्बर-112 और 108 को इंटीग्रेट करें। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट कमेटी ऑन रोड सेफ्टी के निर्देशानुसार जिलों में ट्रॉमा केयर-सेंटर की स्थापना और सेंटर की गाइड-लाइन अनुसार डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टॉफ की नियुक्ति संबंधी जानकारी देन के निर्देश दिये।
परिवहन आयुक्त श्री झा ने शिक्षा विभाग से कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिये आवश्यक कार्यवाही करने को कहा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के बीच प्रचार-प्रसार के विभिन्न माध्यमों का प्रभावी उपयोग कर आमजन को दुर्घटनाओं से बचाव के लिये जागरूक किया जा सकता है। उन्होंने अवयस्क छात्र-छात्राओं के वाहन से स्कूल जाने पर रोक लगाने को कहा।
पुलिस विभाग एवं आईटीएमएस द्वारा संचालित एएमपीआर कैमरों, स्पीड कैमरों एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सहायता से की जाने वाली प्रवर्तन की कार्यवाही प्रभावी ढंग से करने, साथ ही ई-चालान द्वारा की जाने वाली वसूली शत-प्रतिशत करने के और प्रभावी प्रयास करने को कहा गया।