कंधार: अफगानिस्तान में जीवित चीजों की तस्वीरें प्रकाशित करने पर रोक लगा दी गई है. तालिबानी नैतिकता मंत्रालय की ओर से ये आदेश दिए गए हैं. इस आदेश का अब पालन भी किया जाने लगा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नैतिकता पुलिस के आदेश के अनुसार उत्तरी अफगान प्रांत में कम से कम दो टीवी चैनलों ने अपने प्रसारण के दौरान जीवित प्राणियों की तस्वीरें दिखाना बंद कर दिया है.
नये फरमान में कहा गया है कि जीवित चीजों की तस्वीरें लगाना इस्लामी कानून के खिलाफ है. अनुच्छेद 17 जीवित प्राणियों की छवियों के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगाता है. इससे अफगान मीडिया और प्रेस की स्वतंत्रता के परिणामों चिंताएं पैदा हो गई हैं.
इस आदेश का सीधा मतलब ये निकलता है टीवी न्यूज चैनल ठप हो जाएगा. न्यूज में लाइव का ही खेला है. हर कोई लाइव ही देखना पसंद करता है. तालिबानी शासन में मीडिया पर खासा लगाम लगाया गया. प्रेस की आजादी पर हमले किए गए. रिपोर्ट के अनुसार प्रेस की स्वतंत्रता की रैकिंग भी गिरी है.
नैतिकता मंत्रालय (PVPV) ने सोमवार को कहा कि उसने धीरे-धीरे एक कानून लागू करना शुरू कर दिया है. इसके तहत समाचार मीडिया को आत्मा वाली चीजों – यानी लोगों और जानवरों की तस्वीरों और वीडियो का उपयोग करने से प्रतिबंधित किया गया है. इसे अफगानिस्तान की तालिबान सरकार द्वारा घोषित कानून का हिस्सा बताया गया है. इसे 2021 में सत्ता में आने के बाद से लागू किए. मंत्रालय ने अगस्त में सार्वजनिक परिवहन, शेविंग, मीडिया और समारोहों जैसे रोजमर्रा के जीवन के पहलुओं को विनियमित करने वाले कानून प्रकाशित किए.