मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इंदौर के बेटमा में तहसील कार्यालय खोला जाएगा और अगले शिक्षण-सत्र से नया कॉलेज शुरू होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज इंदौर प्रवास के दौरान बेटमा में विकास यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने यहाँ पूर्व मंत्री श्री निर्भय सिंह पटेल की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन संवाद करते हुए विकास यात्रा के उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विकास यात्रा का सफल आयोजन हो रहा है। सभी विधानसभा क्षेत्रों में विकास यात्राएँ निकाली जा रही है। इन यात्राओं के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। यह यात्रा विकास की नहीं बल्कि नागरिकों की जिंदगी बदलने का अभियान है। विकास के कार्य एवं जन-कल्याणकारी योजनाएँ जन-जन तक पहुँचाई जा रही है। यात्रा विकास एवं जन-कल्याण का नया इतिहास रच रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही लाड़ली बहना योजना शुरू होगी। यह गरीब, निम्न एवं मध्यम वर्गीय परिवार की महिलाओं की जिंदगी को संवारेगी। योजना में बहनों को प्रतिमाह एक हजार रूपया दिया जायेगा, जिससे हमारी बहनें आर्थिक रूप से सशक्त होंगी, उनके सम्मान में वृद्धि होगी और उनके पारवारिक रिश्ते भी मजबूत होंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास हमारी प्राथमिकता है। मालवा क्षेत्र में नर्मदा का पानी हर गाँव तक पहुँचाया जा रहा है। देपालपुर क्षेत्र के ऐसे गाँव जहाँ अभी तक नर्मदा का पानी नहीं पहुँचा है, वहाँ नर्मदा का पानी पहुँचाने के लिए सर्वे कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व मंत्री स्व. श्री निर्भय सिंह पटेल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की जानकारी दी और कहा कि उनमें जनता की सेवा करने का जज्बा और जुनून था। वे लोगों के दिलों में राज करते थे। उनके सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं रखी जाएगी।
पूर्व विधायक श्री मनोज पटेल ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विकास यात्रा में जनता का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। गाँव-गाँव में जनता शासन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त कर रही है।
सांसद श्री शंकर लालवानी तथा सुश्री कविता पाटीदार, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रीना मालवीय, अनुसूचित जाति वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री सावन सोनकर, श्री गौरव रणदिवे तथा श्री राजेश सोनकर सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद थे।