बहराइच : किसान पर हमला कर उसे खा जाने वाला आदमखोर तेंदुआ सोमवार की तड़के पकड़ लिया गया. कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के ककरहा वन रेंज के एक गांव में यह घटना हुई थी. गांव के लोगों की मांग पर वन विभाग ने पिंजरा लगाया था. इसके पास ही एक बकरी भी बांध दी गई थी. सोमवार की तड़के करीब 3 बजे तेंदुआ बकरी के शिकार के प्रयास में पिंजरे में कैद हो गया. ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी. टीम तेंदुए को लेकर रेंज कार्यालय लेकर चली गई.
नौबना जंगल के किनारे बसे धर्मपुर बेझा के मैकूपुरवा गांव निवासी कंधई (40) रविवार की दोपहर अपने घर के करीब खेत में गए थे. इस दौरान जंगल से निकलकर आए तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया था. सुनसान जगह होने के कारण उनकी चीख कोई नहीं सुन पाया. तेंदुआ खींचकर किसान को जंगल में लेता गया था. तेंदुए ने उनके गले का मांस खा लिया था. शरीर को कई जगह पर जख्मी कर दिया था. खेत की ओर निकले ग्रामीण ने शव देख शोर मचाया था.
घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित थे. जानकारी मिलने पर उपजिलाधिकारी मिहींपुरवा संजय कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी हीरालाल कनौजिया, मूर्तिहा कोतवाल अमितेंद्र सिंह, ककरहा वन रेंज के वन दरोगा अशोक कुमार श्रीवास्तव सहित टीम घटनास्थल पर पहुंची थी. पुलिस क्षेत्राधिकारी हीरालाल कनौजिया सहित सभी टीमें रात में का कॉम्बिंग करती रहीं. रात लगभग 9 बजे वन विभाग के स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के साथ ककरहाट क्षेत्र अधिकारी डीपी कनौजिया भी गांव पहुंचे.
ग्रामीणों द्वारा बताए गए जंगली जीव के मूवमेंट के क्षेत्र के आधार पर गांव के बाहर खेत में पिंजरा लगवाया गया. पास में एक बकरी भी बांध दी गई थी. टीम पिंजरे के आसपास नजर रख रही थी. सोमवार की तड़के करीब 3 बजे तेंदुआ शिकार की तलाश में पिंजरे में में कैद हो गया. इसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी जानकारी दी. टीम मौके पर पहुंचकर तेंदुए को रेंज कार्यालय लेकर चली गई. पिंजरे में कैद होने के बावजूद लगातार तेंदुआ दहाड़ता रहा. वनाधिकारी बी शिवशंकर के अनुसार तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा. इसके बाद उसे उसके अनुकूल किसी वन रेंज में छोड़ दिया जाएगा.
स्थानीय लोगों ने बताया कि तेंदुआ लगातार लोगों पर हमले कर रहा था. उसने मुर्तिहा कोतवाली के पूर्व हरखापुर गांव में मधुसूदन पर भी हमला कर उन्हें घायल कर दिया था. वहीं सुजौली के अयोध्या पुरवा गांव में भी तेंदुए ने गुरुवार की रात घर के बाहर सो रही 13 साल की सायबा पर हमला कर उसे जख्मी कर दिया था. परिजनों के शोर मचाने पर तेंदुआ फरार हो गया था. लगातार हमले से इलाके के लोग दहशत में थे.
रायबरेली में दिखा तेंदुए जैसा जानवर : सरेनी थाना इलाके के सहनीपुर गांव में तेंदुए जैसा जानवर दिखने पर लोग दहशत में हैं. किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. वन विभाग ने जानवर को फिशिंग कैट बताया है. खेत की रखवाली कर रहे कुछ किसानों ने तेंदुए जैसे यह जानवर देखा था. फारेस्टर ओपी सिंह ने बताया कि यह फिशिंग कैट है. यह डरपोक होती है. मछली इसका मुख्य भोजन होता है. इन दिनों नदियां में बाढ़ है. इसलिए यह उसके किनारों को छोड़ कर आबादी की तरफ आ जाते हैं. वहीं सरेनी और लालगंज के कुछ क्षेत्र में भी जंगली जानलर देखे जा रहे हैं. रायबरेली के डीएफओ ने अभी तक भेड़िये की इलाके में होने की पुष्टि नहीं की है. उन्होंने कहा को सियार व लकड़बग्गा को देखे जाने की जानकारी जरूर मिली है. वे स्वभाविक रूप से जंगल के क्षेत्र में पाए जाते हैं.