बिना डिग्री के फर्जी डेंटल डॉक्टर बन बैठा अक्षय नाम का व्यक्ति एक दल के अध्यक्ष से बता रहा अपने आप को दबंग सूत्र
ना डेंटल की डिग्री का पता ना क्लीनिक का पंजीयन फिर भी मरीज का उपचार कर डेंटल का डॉक्टर बन बैठा अक्षय नाम का व्यक्ति
जब संबंधित विभाग में चढ़ता है बिना डिग्री का डॉक्टर धन का चढ़ावा तो फिर खबर प्रकाशित करने वाले क्या उखाड़ लेंगे यह थी फर्जी डॉक्टर की मुंह जबानी सूत्र
आखिरकार कब जागेगा स्वास्थ्य विभाग
रवि कश्यप की खास रिपोर्ट
फतेहपुर जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी की टीम जहां जनपद में इन दोनों ताबड़तोड़ छापेमारी कर फर्जी डाक्टर तथा अवैध नर्सिंग होम में बड़ी कार्यवाही कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के द्वारा दिया गया आदेश का पालन करने में लगे हुए हैं वही जनपद मुख्यालय के नाक के नीचे जयरामनगर चौराहे पर श्री कृष्ण डेंटल क्लिनिक नाम से एक फर्जी डॉक्टर बन बैठ अक्षय नाम का व्यक्ति क्लिनिक संचालित कर रहा है अभी हाल ही में फर्जी क्लिनिक की खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद क्लीनिक का श्री कृष्ण डेंटल क्लीनिक नाम बोर्ड उतरकर गायब हो गया है वही फर्जी डॉक्टर बन बैठा अक्षय नाम का व्यक्ति अपने आप को एक दबंग व्यक्ति बताया जाता है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद एक दल के अध्यक्ष से फर्जी डॉक्टर बन बैठा अक्षय नाम का व्यक्ति द्वारा बात करने का एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है ऑडियो में वह साफ तौर पर बता रहा है कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय में वह मिठाई के डिब्बे के साथ धन का चढ़ना चढ़कर पूर्ण आशीर्वाद लिए रहता था वहीं फर्जी डॉक्टर अक्षय नाम के व्यक्ति द्वारा यह भी कहा गया की खबर प्रकाशित करने वाला व्यक्ति हमारा क्या उखाड़ लेगा जब हमको संबंधित विभाग से आशीर्वाद प्राप्त है तो इस तरह की खबर प्रकाशित होती रहती हैं यही कारण है कि जनपद मुख्यालय के नाक के नीचे श्री कृष्णा डेंटल क्लिनिक धड़ले से संचालित हो रहा था जिसमें डेंटल के डॉक्टर बनकर बैठे अक्षय नाम के व्यक्ति द्वारा डेंटल संबंधित सभी समस्या का उपचार करने का बैनर भी लगाया गया है आखिरकार जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय की टीम देहात क्षेत्र को छोड़कर पहले शहर क्षेत्र में चल रहे फर्जी क्लिनिक को बंद करवाने में क्यों नहीं कामयाब हो पा रही है कहीं ना कहीं धन के चढ़ने के आगे मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में बैठे बाबू भी नतमस्तक हो जाते यही कारण है कि हर गली हर मोहल्ले में चार दिन की प्रेक्टिस करने वाला भी अपने आप को डॉक्टर बता कर क्लीनिक तथा नर्सिंग होम संचालित कर रहा है क्या ऐसे लोगों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया आदेश लागू नहीं होता या फिर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय की टीम उनके आदेश को लागू कर पाने में सक्षम नहीं है