प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों लोकार्पण हुए पुल में गड़बड़ी आ गई है। लगभग 63 करोड़ रुपये की लागत से एक माह पहले ही बने इस पुल पर आवागमन रोक दिया गया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार दोपहर ही इसका लोकार्पण किया था और 10 घंटे बाद रात में गड़बड़ी के चलते इस पर आवागमन रोक दिया गया है।
इसके एप्रोच रोड और पुल के बीच ज्वाइंटर में काफी स्पेस आ गया है, जिससे वाहनों को रोकना पड़ा। इस ब्रिज का शिलान्यास लगभग ढाई वर्ष पहले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया था। पुल का निर्माण उप्र राज्य सेतु निगम ने कराया है। इस पुल से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लगभग 200 गांव के लोगों का आवागमन सुगम होना था।
इसके अलावा बारा, नारीबारी, खीरी, लेड़ियारी, कोरांव के कई गांवों के लिए यह पुल काफी सहूलियत देने को बनवाया गया है। इसी तरह यमुनापार में मीरजापुर-प्रयागराज हाईवे के पास बनाए गए पचदेवरा आरओबी में भी गड़बड़ी आ गई है। ज्वाइंटर में स्पेस आ गया है और एप्रोच रोड जगह-जगह धंस गई है। इसका भी सीएम ने लोकार्पण किया है।
इसकी लागत लगभग 42 करोड़ रुपये है। कमोवेश दिघिया आरओबी की भी यही हालत है। उसमें भी ज्वाइंटर में स्पेस आने से लोगों को दिक्कत हो रही है। लगभग 41 करोड़ रुपये से बनाए गए इस आरओबी के एप्रोच रोड में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। गिटि्टयां उखड़ गई हैं। जिन सड़कों का लोकार्पण हुआ है, उनमें कई की गिट्टियां उखड़ गई हैं।
पानी की जिन टंकियों का लोकार्पण हुआ है, उनमें आधे से ज्यादा पानी ही नहीं दे पा रही हैं। ग्रामीण विभाग के अफसरों को कोस रहे हैं। इस बाबत डीएम नवनीत सिंह चहल का कहना है कि पहले तो पुलों का जल्द ही मरम्मत कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद निर्माण में कैसे खामियां आईं, इसकी तकनीकी जांच एमएनएनआइटी के विशेषज्ञों से कराई जाएगी।