गोरखपुर। हिस्ट्रीशीटरों के मनमानी शुरू करने की वजह उनकी कमजोर निगरानी है। अधिकांश थानों में तो थानेदारों ने अब हाजिरी लेना ही बंद कर दिया है। जहां कुछ हिस्ट्रीशीटर पहुंचे जो रसूखदार नहीं थे, वह भी कोरम पूरा करके लौट गए। थाने में किसी ने पूछा न उन्होंने कुछ बताया।
ये बनाई गई थी व्यवस्था
वर्ष 2021 में पुलिस अधिकारियों ने व्यवस्था बनाई थी कि थानेदार हर रविवार को अपने क्षेत्र में रहने वाले हिस्ट्रीशीटरों को बुलाकर उनकी हाजिरी लेंगे। बातचीत कर उन्हें चेतावनी देंगे कि अपराध से दूर रहें। अभियान शुरू होने के बाद अधिकांश हिस्ट्रीशीटरों ने चुप्पी साध ली, इसमें कई ने जिला छोड़ दिया, लेकिन पुलिसकर्मियों की लापरवाही से अभियान बेअसर हो चला है। जिसका असर रविवार को दिखा। कैंपियरगंज में 20, पीपीगंज-सिकरीगंज में 25-25,खजनी में 22 हिस्ट्रीशीटर पहुंचे यह संख्या आधे से बहुत कम है।
पीपीगंज में 35, गीडा, गगहा व गोला में 12-12, शाहपुर, हरपुर-बुदहट व गुलरिहा में 10-10,पिपराइच में 8, सहजनवा में 6, बेलीपार, चौरीचौरा, झंगहा, बेलघाट, उरुवां, बड़हलगंज के साथ ही शहर के अधिकांश थानों पर हिस्ट्रीशीटर हाजिरी देने नहीं पहुंचा।
जिले में हैं 1600 से अधिक हिस्ट्रीशीटर
गोरखपुर जिले के 29 थाना क्षेत्रों में 1600 से अधिक हिस्ट्रीशीटर हैं। जिनमें कई ऐसे हैं जो अपराध में सक्रिय हैं। पिछले सप्ताह गोरखनाथ थाने में हिस्ट्रीशीटर ने दुकानदार व गुलरिहा में पट्टीदार को पीट दिया था। पीड़ित के शिकायत करने पर पुलिस ने दोनों पर कार्रवाई नहीं की थी।इसकी शिकायत अधिकारियों के पास पहुंची थी।
क्या कहते हैं अधिकारी
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने कहा कि रविवार को थाने में हिस्ट्रीशीटरों की हाजिरी लेने की व्यवस्था बंद नहीं हुई है। थानेदार को इस बारे में बताया गया है। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई होगी।