एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जो रहस्य, साजिश और छल का अनोखा संगम है. गुरुग्राम की एक IT कंपनी में काम करने वाला मैनेजर अचानक लापता हो गया. दिल्ली के ककरोला इलाके में उसकी कार एक नाले के पास लावारिस हालत में मिली. कार अनलॉक थी और उसमें कोई भी मौजूद नहीं था. हालात ऐसे थे कि लगा जैसे कार मालिक ने नाले में कूदकर आत्महत्या कर ली हो.




मौके पर तत्काल पुलिस, फायर ब्रिगेड और रेस्क्यू टीम को बुलाया गया. सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला. पुलिस ने जब गहराई से जांच शुरू की, तो एक हैरान करने वाला सुराग हाथ लगा. लापता होने से एक दिन पहले ही उस शख्स ने अपना मोबाइल फोन पूरी तरह फॉर्मेट कर दिया था.
एक सोची-समझी साजिश
यहीं से पुलिस को शक हुआ कि ये मामला आत्महत्या का नहीं बल्कि एक सोची-समझी साजिश हो सकती है. टेक्निकल सर्विलांस और मोबाइल नेटवर्क ट्रेसिंग की मदद से जब लोकेशन ट्रैक की गई, तो सामने आया कि यह शख्स उत्तर प्रदेश के अयोध्या में है. दिल्ली पुलिस की टीम ने तुरंत अयोध्या पहुंचकर उसे एक धर्मशाला से हिरासत में ले लिया. पूछताछ में जो खुलासा हुआ, वो और भी चौंकाने वाला था.
IT मैनेजर पर लाखों रुपए का कर्ज
दरअसल, इस IT मैनेजर पर लाखों रुपए का कर्ज चढ़ चुका था. कर्ज से पीछा छुड़ाने और खुद को कानूनी झंझटों से बचाने के लिए उसने खुद की ‘गायब’ होने की कहानी रची. कार को नाले के पास छोड़कर वह सीधे अयोध्या भाग गया और वहां की एक धर्मशाला में छिपकर रहने लगा.
आरोपी से पूछताछ कर रही पुलिस
उसकी इस चाल से न केवल उसके परिजन सदमे में आ गए, बल्कि पुलिस और प्रशासन को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. यह मामला इस बात की मिसाल है कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में आर्थिक दबाव किस हद तक लोगों को गलत रास्ते पर ले जा सकता है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और कानूनी कार्रवाई की तैयारी चल रही है.
