नई दिल्ली : ट्विटर के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) के फैसले ऐसे पलटते हैं जैसे गिरगिट रंग बदलता है। कुछ दिन पहले ट्विटर ने अपने लोगो (Twitter Logo) से नीली चिड़िया को हटाकर शीबा इनु नस्ल का कुत्ता लगा लिया था। अब वापस ट्विटर के लोगो पर नीली चिड़िया (Blue Bird) वापस आ गई है। लेकिन जैसे ही ट्विटर के लोगो पर नीली चिड़िया आई, डॉजकॉइन की कीमत (Dogecoin) 9 फीसदी तक गिर गई। कुछ दिन पहले जब मस्क ने ट्विटर लोगो पर डॉजकॉइन वाला कुत्ता लगाया था, तब डॉजकॉइन सिर्फ 1 दिन में ही 30 फीसदी उछल गया था। जैसे ही लोगों को पता चला कि ट्विटर के लोगो पर कुत्ता आ गया है, वैसे ही लोग डॉजकॉइन खरीदने लगे थे। अब इस क्रिप्टो में गिरावट देखी जा रही है।
नीली चिड़िया आई तो लुढ़क गया डॉजकॉइन
ट्विटर के होम पेज पर शीबा इनु नस्ल के कुत्ते की जगह नीली चिड़िया वापस आते ही डॉजकॉइन को झटका लगा है। डॉजकॉइन के दाम शुक्रवार को 9 फीसदी तक गिर गए थे। हालांकि, बाद में इसमें थोड़ा सुधार हुआ। शुक्रवार रात डॉजकाइन 3.27 फीसदी की गिरावट के साथ 6.74 रुपये पर था।
डॉजकॉइन को प्रमोट करते रहते हैं मस्क
टेस्ला, स्पेसएक्स और ट्विटर के मालिक एलन मस्क लंबे समय से डॉजकॉइन को प्रमोट करते रहे हैं। डॉज कॉइन को मेमेकॉइन भी कहा जाता है। उनके ट्वीट्स ने इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत को काफी प्रभावित किया है। एक महीने पहले मस्क ने अपने पालूत कत्ते की फोटो पोस्ट की थी। इसका नाम फ्लॉकी है। उन्होंने लिखा था कि यह ट्विटर का नया CEO है। उनके इस ट्वीट के बाद डॉजकॉइन की कीमत काफी उछल गई थी। फ्लोकी भी शीबा इनु नस्ल का ही कुत्ता है। साल 2021 में पूरे साल मस्क ने ‘डॉजकॉइन जनता की क्रिप्टो है’ ऐसे स्लोगन्स के साथ इस क्रिप्टोकरेंसी को प्रमोट किया था। उन्होने खुद को डॉजफादर भी बताया था।
क्रिप्टोकरेंसी का मजाक उड़ाने के लिए लॉन्च हुई थी यह क्रिप्टो
डॉजकॉइन क्रिप्टो को साल 2013 में बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसीज का मजाक उड़ाने के लिए लॉन्च किया गया था। इस क्रिप्टो के लोगो पर शीबा इनु (Shiba Inu) नस्ल के कुत्ते की फोटो लगाई गई।