रायपुर । राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निवास को लोगों ने देखा है और सुना है, लेकिन धमतरी जिले के एक गांव में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निवास है।
यह निवास इन दिनों इंटरनेट मीडिया में छा गया है और लोगों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस निवास को देखने कांग्रेसी समेत कई लोग जा भी रहे हैं।
राज्य शासन के कर्जा माफी योजना के तहत ग्राम पंचायत भोयना के किसान स्वर्गीय बलराम देवांगन के पांच लाख रुपये का कर्ज माफ हुआ है।
इस कर्ज माफी के बाद वे अपने निर्माणाधीन मकान का नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रखना चाहते थे, लेकिन कोरोना काल में उनकी मौत हो गई। ऐसे में उनके जीवन की अंतिम इच्छा अधूरी रह गयी। इसे इच्छा को परिवार वाले जानते थे।
उनके मौत के बाद मृतक के भाई अशोक कुमार देवांगन व उनके परिवार के अन्य सदस्यों ने उनके अंतिम इच्छा को पूरी करने व श्रद्धांजलि देने तीन कमरे के अधूरा मकान का निर्माण किया। मकान को किसी तरह पूर्ण रूप से तैयार किया। आज मकान बनने के बाद उनके परिवार के सदस्यों ने इस मकान का नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निवास रखा है, इससे उन्हें काफी संतुष्टि मिली है।
उल्लेखनीय है कि इस किसान के निवास इंटरनेट मीडिया और जिलेभर में काफी चर्चित हो गई है। जगह-जगह इसके निवास की चर्चा हो रही है। इतना ही नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर किसान के प्रति आभार माना है और उनके मृत भाई स्वर्गीय बलराम देवांगन को श्रद्धांजलि भी अर्पित किया है।
मृतक किसान के भाई अशोक कुमार देवांगन ने बताया कि अपने भाई के अंतिम इच्छा के अनुसार उनके निवास का नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल निवास रखकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी है। आज उनके परिवार के लोग काफी खुश है कि उनके मृत परिवार के सदस्य के अंतिम इच्छा पूरी हो गई।
ग्रामीणों ने बताया कि मृत किसान स्वर्गीय बलराम देवांगन के पास करीब चार एकड़ से अधिक जमीन है, जो लंबे समय से कर्ज नहीं पटा पा रहा था। उनके एक पुत्र है। और स्वर्गीय बलराम देवांगन तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उनके दो भाई और है। तीनों भाइयों को मिलाकर करीब उनके यहां 15 एकड़ जमीन है।