उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन में मानवता को शर्मसार करने वाले आरोपित पर ‘मामा’ कहर बनकर बरसे हैं। सतना की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के आरोपित ऑटो ड्राइवर का मकान प्रशासन ने ढहा दिया। कहा जा रहा है कि आरोपित के पिता ने सालों से सरकार की जमीन पर कब्जा किया हुआ था। हालांकि, नगर निगम ने पहले ही जमीन खाली कराने के लिए नोटिस जारी किया था।
यहां देखिये प्रशासन की कार्रवाई
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नगर निगम ने ऑटो ड्राइवर भरत सोनी का नानाखेड़ा स्थित मकान ढहा दिया। इस दौरान नगर निगम और पुलिस की टीम मौके पर मौजूद रही और इस कार्रवाई को अंजाम दिया। दरअसल, आरोपित ने सरकारी जमीन पर कब्जा करते हुए धार्मिक स्थल एवं मकान बना रखा था।
आरोपित को जल्द सजा दिलाने का हो रहा प्रयास
आरोपित भरत सोनी को जल्द-से-जल्द सजा दिलाने की कोशिश हो रही है। इसके लिए पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने की कोशिशें कर रही है। वहीं, आरोपित के पिता ने इस शर्मनाक करतूत के लिए फांसी की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि मैं बेटे से मिलने के लिए कहीं पर भी नहीं जाऊंगा। मेरे बेटे को फांसी दी जानी चाहिए।
मदद की गुहार लगाती रही नाबालिग
सनद रहे कि 25 सितंबर को मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग आधी रात को रेलवे स्टेशन क्षेत्र में भटक रही थी। ऐसे में भरत सोनी ने उसे अपनी ऑटो में बिठाया और जीवनखेड़ी क्षेत्र ले गया, जहां पर ऑटो ड्राइवर ने मानवता को शर्मसार करते हुए हैवानियत भरे कृत्य को अंजाम दिया।
इस घटना के बाद तकरीबन आठ किमी तक अर्धनग्न अवस्था में नाबालिग पीड़िता मदद की गुहार लगाती हुई पैदल भटकती रही, लेकिन किसी का भी दिल नहीं पसीजा। अंतत: दांडी आश्रम के राहुल आचार्य ने बच्ची को ऐसी अवस्था में देख तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी थी।