लघु सिंचाई विभाग में प्राइवेट व्यक्ति के द्वारा कराया जा रहा कार्य जिम्मेदार अधिकारी बिल्कुल अनभिज्ञ
फतेहपुर उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश दिया कि यूपी के अंदर किसी भी सरकारी विभाग में कोई भी प्राइवेट व्यक्ति कार्य नहीं करेगा अगर किसी भी जनपद से ऐसी कोई भी खबर सामने आई तो संबंधित विभाग के जिम्मेदारों के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी लेकिन यह आदेश/निर्देश केवल हवा–हवाई ही साबित होता हुआ नजर आ रहा है।जहां आपको बताते चलें कि जनपद फतेहपुर में विकास भवन में स्थित लघु सिंचाई विभाग में एक प्राइवेट व्यक्ति को बैठाकर सरकारी कार्यों को करवाया जा रहा है जहां ज्ञात हो कि इसी विभाग का कई दिन पूर्व रिश्वत लेने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें मुख्य विकास अधिकारी ने वीडियो को संज्ञान में लेते हुए जांच बैठाई थी जहां कुछ लोगों की मिलीभगत से दोषी व्यक्ति को बचाकर एक गरीब महिला जो वीडियो में बिल्कुल से निर्दोष दिखाई दे रही थी उसे दोषी करार देते हुए निलंबित करवाया गया था लेकिन वीडियो को सही तरीके से सुना व देखा जाए तो सब कुछ सबके सामने उभर कर आ जाएगा कि आखिर कौन गलत है और कौन सही? हालांकि प्राप्त सूचना के आधार पर पैसा मांगने वाला व्यक्ति कोई सरकारी कर्मचारी नहीं है बल्कि वह एक प्राइवेट व्यक्ति है जिसे संबंधित जेई की मिलीभगत से मुख्य विकास अधिकारी के आंखों में धूल झोंककर ऐसा खेल खेला जा रहा है जिस बात से स्वयं मुख्य विकास अधिकारी भी अनभिज्ञ हैं।आखिर यह एक सोचने वाली बात है कि सरकारी कार्यों को करने के लिए एक प्राइवेट व्यक्ति की नियुक्ति किस आधार पर कर दी गई है जो सरकारी फाइलों/कार्यों के साथ इस तरह से खिड़वाड़ करता दिखाई दे रहा है।





