पार्टी व संगठन की मजबूती के लिए एकजुट हुए सपा नेता…
चित्रकूट. समाजवादी पार्टी का संगठन ही सफलता की कुंजी माना जाता रहा है जिसके चलते जिले में लोकसभा चुनावों, विधान सभा चुनावों, नगर निकाय चुनावों से लेकर पंचायत चुनावों में अपना दबदबा बनाए रखा है संगठन की मजबूती के कारण ही बांदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र से दिवंगत श्यामाचरण गुप्ता 2004में व आर के सिंह पटेल 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीतकर संसद भवन पहुंचे थे वहीं वीर सिंह पटेल, ममता सिंह पटेल, शिवशंकर यादव सपा से ही ज़िला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान हुए थे वहीं सदर विधानसभा चित्रकूट से सपा के टिकट पर जीत दर्ज कर वीर सिंह पटेल विधायक बने व वर्तमान में सदर विधान सभा चित्रकूट से सपा के टिकट पर चुनाव जीतकर अनिल प्रधान विधान सभा पहुंचे थे सपा के टिकट पर नगर पालिका परिषद कर्वी के अध्यक्ष पद पर लक्ष्मी साहू व नरेन्द्र गुप्ता विराजमान हुए थे वहीं नगर पंचायत राजापुर से लक्ष्मी प्रसाद वर्मा सपा से ही नगर पंचायत अध्यक्ष बने थे l
गत महीनों पूर्व हुए लोकसभा चुनाव में बांदा चित्रकूट संसदीय क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीतकर श्रीमती कृष्णा शिवशंकर सिंह पटेल संसद भवन पहुंची हैं जिससे साफ़ नज़र आ रहा है कि समाजवादी पार्टी का संगठन बांदा और चित्रकूट जिले में बड़ी मजबूती से खड़ा है जिससे हर चुनाव में सपा का परचम लहराता हुआ नज़र आता है l
गत दिनों पूर्व सपा से सदर विधायक अनिल प्रधान के समर्थकों और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफ़ी नोकझोंक हुई जिसका वीडियो सोशल मीडिया माध्यम पर ख़ूब सुर्खियां बटोर रहा है और दोनों तरफ़ के समर्थक एक दूसरे पर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए नज़र आ रहे हैं l
इस संबंध में जब समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह पटेल व अन्य कार्यकर्ताओं से मुलाकात की गई तो सपा जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव ने बताया कि पार्टी कार्यालय में सदर विधायक अनिल प्रधान के समर्थकों व पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच में थोड़ा बहुत कहासुनी हुई है लेकिन हमारी पार्टी व संगठन एक परिवार की तरह है परिवार में थोड़ा बहुत नोंकझोंक होती रहती है सदर विधायक अनिल प्रधान के समर्थकों व पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जो कहासुनी हुई है वह सब शांत हो गई है इनके बीच अब किसी भी प्रकार का कोई मनमुनाव नहीं है l
जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव ने यह भी कहा कि सबसे पहले पार्टी और संगठन है जिसके कारण जनप्रतिनिधि चुने जाते हैं और संसद भवन व विधानसभा पहुंचते हैं हमें सबको एकजुटता के साथ कार्य करना है और 2027 के विधानसभा चुनाव में पुनः जीत का परचम लहराना है l
बताते चलें कि 2012 के चुनाव के बाद समाजवादी पार्टी सत्ता में नहीं आ पाई है 2017 के विधानसभा चुनाव व 2019के लोकसभा चुनाव में पार्टी की जीत का प्रतिशत काफ़ी गिरा हुआ था लेकिन 2022के विधानसभा चुनाव में जीत का फासला कुछ हद तक बदला लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में संगठन की मजबूती के कारण समाजवादी पार्टी ने अप्रत्याशित सफलता प्राप्त की और 2027 के विधानसभा चुनाव में ऐसी ही जीत का परचम लहराने का प्रयास कर रही है लेकिन जनप्रतिनिधियों व पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हो रहे मनमुटाव के चलते क्या यह संभव हो पायेगा यही सवाल पार्टी व संगठन के नेताओं को परेशान कर रहा है l
समाजवादी पार्टी कार्यालय में पार्टी व संगठन के नेताओं का एकत्रित होना बहुत बड़े बदलाव की ओर इशारा कर रहा है जहां पर पार्टी के वरिष्ठ नेता व जनप्रतिनिधि आपसी भाईचारा कायम रखने का प्रयास कर रहे हैं l
इस दौरान समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष शिवशंकर सिंह यादव, डा अंकुर पटेल सांसद प्रतिनिधि, वीर सिंह पटेल पूर्व विधायक,सत्यनारायण पटेल ज़िला महासचिव, गुलाब खां ज़िला उपाध्यक्ष, नरेन्द्र सिंह यादव ज़िला उपाध्यक्ष, उमाकांत यादव ज़िला उपाध्यक्ष, सीताराम कश्यप ज़िला उपाध्यक्ष, चंदन कोटार्य ज़िला सचिव, आलोक चौहान ज़िला सचिव, गोपीचंद यादव ज़िला सचिव, राज़ सिंह ज़िला उपाध्यक्ष, राजा यादव ज़िला कोषाध्यक्ष, शिवम ओझा युवा नेता, नवल पटेल युवा नेता, रामदास पटेल युवा नेता, रितुराज वर्मा वरिष्ठ सपा नेता, लवलेश यादव राष्ट्रीय सचिव मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड, रुद्र प्रताप पूर्व ज़िला महासचिव युवजन सभा, सत्यम यादव युवा सपा नेता, हरिमोहन यादव पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदर विधानसभा व सूरज सिंह पटेल वरिष्ठ सपा नेता सहित पार्टी व संगठन के कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे l