नई दिल्ली: एक दौर था जब रतन टाटा (Ratan Tata) अपने पैंसेजप कार डिवीजन को बेचने के लिए फोर्ड (Ford Motors) के दरवाजे पर पहुंच गई थे। पैसेंजप कार डिवीजन में शुरूआत में टाटा को सफलता नहीं मिल रही थी। रतन टाटा ने इसे बेचने का फैसला किया। उन्होंने अमेरिकन कार निर्माता कंपनी फोर्ड मोटर्स से बात की। हालांकि ये डील नहीं हुई, क्योंकि फोर्ड के चेयरमैन बिल फोर्ड (Bill Ford) ने रतन टाटा का मजाक उड़ाते हुए उन्हें अपमानित किया था। उन्हें ये कहकर अपमानित किया था कि तुम्हें कुछ नहीं आता। उन्होंने कहा कि अगर मैं ये सौदा करता हूं तो तुमपर अहसान करूंगा। आज इस अहसान का बदला टाटा मोटर्स ने कैसे लिया ये देखिए।
टाटा मोटर्स ने फोर्ड मोटर्स का अधिग्रहण किया है। अमेरिकी की दिग्गज ऑटो कंपनी फोर्ड मोटर्स (Ford Motors) भारत में अपना कारोबार समेट चुकी है। कंपनी ने भारत में अपना प्लांट टाटा मोटर्स (Tata Motors) को बेच दिया है। टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड (Tata Passenger Electric Mobility Limited) का कहना है कि गुजरात के साणंद में स्थित फोर्ड मोटर्स के प्लांट के ट्रांसफर के काम को पूरा कर लिया गया है। दोनों कंपनियों के बीच इसके लिए पिछले साल अगस्त में 725.7 करोड़ रुपये की डील हुई थी।