देहरादून। उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए विभिन्न राज्यों से लाई गई विशालकाय मशीनों को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पहुंचाया जा रहा। रेस्क्यू आपरेशन के लिए सभी मशीनें व उपकरण बिना किसी रुकावट के पहुंच सकें, इसके लिए पुलिस ने सड़कों को खाली करवाकर ट्राले का परिवहन कराया गया।
बुधवार रात भी गुजरात से एक मशीन सड़क मार्ग से सिलक्यारा तक लाई जा रही, जो देर रात करीब 12 बजे हरियाणा मानेसर होते हुए मेरठ से ऋषिकेश के लिए रवाना हो गई। मशीनों के ट्राले के निर्बाध परिवहन के लिए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा से लेकर राजस्थान व गुजरात तक पुलिस अधिकारियों का एक वाट्सअप ग्रुप भी बनाया गया है।
इस ग्रुप पर लगातार मशीनों के संबंधित क्षेत्र में पहुंचने की जानकारी अपडेट की जा रही है। होरिजांटल व वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए विभिन्न क्षेत्रों से लाई गई मशीनों को पहले ही दिन यानी 12 नवंबर से अब तक सिलक्यारा पहुंचाया गया है। दिल्ली, गुजरात, आंध्र प्रदेश, बेंगलुरु आदि जगहों से मशीनों के हिस्से रेल व सड़क मार्ग से लाए गए।
मशीनों के निर्धारित मार्गों के लिए जारी किए दिशा निर्देश
रेल से लाई गई मशीनों को ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर क्रेन से उतारकर ट्राले के माध्यम से सिलक्यारा तक पहुंचाया गया। सिलक्यारा तक सड़क मार्ग से मशीनों को पहुंचाने के लिए पुलिस की ओर से ग्रीन कारिडोर तैयार किया गया। आइजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने बताया कि मशीनों के निर्धारित मार्गों को लेकर सभी संबंधित जिलों के एसएसपी को दिशा-निर्देश जारी किए गए थे।
तमाम थाना-चौकी व चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों ने वायरलेस सेट पर समन्वय बनाकर मार्ग क्लीयर कराया गया। मशीनों के आसपास मार्ग खाली कराने के साथ ही जगह-जगह सामान्य वाहनों की आवाजाही भी रोकी गई। इसके अलावा पुलिस की ओर से तीव्र मोड और तंग मार्गों पर भी मशीनों को आगे बढ़ाने में सहयोग किया गया।
पुलिस बना रही ग्रीन कॉरिडोर
मशीनों को लेकर जारी किए गए सर्कुलर रेस्क्यू के लिए जाई जा रही मशीनों के सर्कुलर जारी कर पुलिस ने सभी चेक पोस्ट आपसी समन्वय से खुले रखे। ट्रक से लेकर बड़े ट्राले तक को कहीं न रोके जाने के निर्देश दिए गए थे। पुलिस अधिकारियों के वाट्सअप ग्रुप पर लगातार मशीनों के ट्राले की जानकारी आती रही और संबंधित क्षेत्र की पुलिस ग्रीन कॉरिडोर बनाती रही।