भंवरकुआ पुलिस को लुटेरी गैंग से जुड़े आठ में से दो सदस्यों को पकड़ने में कामयाबी मिली है। अभी छह और आरोपियों की तलाश है। इनमें तीन महिलाएं हैं। बताया जाता है लुटेरी गैंग का एक आरोपी पांच साल पहले भी ऐसे ही फर्जीवाड़े में पकड़ा गया था। इसके बाद वह ठिकाना बदलकर रहने लगा। वह रिक्शा चलाते हुए ऐसी गरीब लड़कियों को अपनी गैंग में शामिल करता था। जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। अधिकारियों के मुताबिक फरार आरोपियों के पकड़ाने के बाद और मामलों का खुलासा होगा।
TI शशिकांत चौरसिया के मुताबिक पुलिस राजू उर्फ रोहित और प्रमिला से पूछताछ कर रही है। आरोपियों ने पूछताछ में अभी तक सुहानी, महेन्द्र यादव, शुभम, मंजू उर्फ शिवानी और मिनाक्षी व एक अन्य का नाम बताया है। यह सभी आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस के मुताबिक राजू और प्रमिला के पकड़ाने की जानकारी लगने के बाद सभी ने इंदौर छोड़ दिया। पुलिस ने शुभम के बंगाली कॉलोनी स्थित घर पर दबिश दी। लेकिन वह नहीं मिला। वह भी शादी कराने के मामले में नकली रिश्तेदार बनने का काम करता है।
पांच साल पहले भी पकड़ाया रिक्शा चालक
राजू
उर्फ रोहित पहले द्वारकापुरी इलाके में रहता था। जिसने अपना ठिकाना बदलकर
बाणगंगा के कुशवाह नगर में रहने चला गया था। राजू रिक्शा चलाने का काम करता
है। जो गरीब बस्तियों की ऐसी लड़कियों को चुनता है। जिनके पिता या मां नहीं
हैं और जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं। इसके बाद वह कुछ रुपए का लालच
देकर उनकी नकली शादी करवाने का काम करता था। राजू के बारे में पुलिस को
जानकारी मिली है कि वह पांच साल पहले भी द्वारकापुरी नकली शादी कराने के
मामले में पकड़ा जा चुका है।
महेन्द्र पर इस कारण से हुआ यकीन
पुलिस
ने बैंगलुरू की गैस कंपनी में काम करने वाले धनाराम पटेल निवासी राजस्थान
की शिकायत पर राज और प्रमिला को पकड़ा है। सबसे पहले महेन्द्र से उसने
संपर्क किया था। बताया जाता है कि धनाराम जिस इलाके में रहता है। वहां
महेन्द्र ने पहले भी एक युवती की शादी कराई थी। लेकिन शादी के बाद वह घर
छोड़कर नहीं भागी। धनाराम उस परिवार के संपर्क में था। महेन्द्र का मोबाइल
नंबर वहीं से उसे मिला था। महेन्द्र के बारे में जानकारी मिली है कि वह
रुपए लेकर कई शादियां करा चुका है। वह पैसे देकर फर्जी रिश्तेदारों को खड़ा
कर देता है।
राजस्थान के व्यापारी ने भी किया संपर्क
भंवरकुआ
पुलिस से राजस्थान के व्यापारी विनोद जैन से संपर्क कर लिया है। विनोद की
शादी मिनाक्षी से करवाई थी। जो 13 दिन तक उसके साथ रही बाद में उसने अपने
रिश्तेदार की मौत का बहाना बनाया और इंदौर भागकर आ गई। मिनाक्षी इंदौर में
प्रमिला और राज के संपर्क में थी। वह भी नकली रिश्तेदार बनने के साथ शादी
करने का काम करती थी। भंवरकुआ पुलिस के मुताबिक अभी दो मामले ही उनके पास
पहुंचे हैं। आरोपियों के काम को लेकर आसपास ओर राजस्थान पुलिस से भी संपर्क
किया गया है। महेन्द्र वहां का वहां भी काफी आना जाना था।