रीवा जिले के शिवपुरवा चौकी अंतर्गत बजरंगपुर गांव में भैंस चोरी के संदेह में पिटे युवक की अनोखी कहानी सामने आई है। पुलिस के मुताबिक आरोपी बालक अपने पिता को विदिशा जिले की पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल होने का हवाला देकर गांव से निकला था। वहीं पुलिस गिरफ्त में आने पर चौकी प्रभारी से कहा कि दोस्तों के साथ सीधी से लौट रहा था।
पर हकीकत इन सब बातों से उलट निकली है। इस पूरे मामले में शिवपुरवा चौकी पुलिस ने संदेही चोर के खिलाफ अपराध दर्ज किया। साथ ही ग्रामीणों की पिटाई में घायल चोर को संजय गांधी अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया है। जबकि पुलिस की गैर मौजूदगी में चोर को पीटने वाले तीन अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ काउंटर केस रजिस्टर्ड हुआ है।
अब जानते है कैसे ग्रामीणों ने भैंस चोरी के आरोपी को पकड़ा
शिवपुरवा चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक सुशील सिंह बघेल के पास 13 जनवरी की सुबह 7.30 बजे बजरंगपुर गांव के रहवासियों ने भैंस चोरी के एक आरोपी को पकड़ने की सूचना दी। दावा किया कि 12 जनवरी की आधी रात दो बजे तीन चोर पिकअप वाहन से आए। जिन्होंने एक मवेशी को खूंटा से छोर दिया था। जबकि दूसरे को छोर कर ले जाने वाले थे।
मवेशियों की हलचल व चिल्लाने की आवाज सुनकर पशु पालक की नींद खुल गई। वह तुरंत बाहर आया। देखा कि 3 बदमाश भैंस को ले जाने की तैयारी में है। चोरों का इरादा भांपते हुए पशु पालक ने हल्ला मचा दिया। जिसके बाद भारी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। डरकर भाग रहे चोरों में से एक को पकड़ लिया। जबकि दो बदमाश पिकअप वाहन लेकर फरार हो गए।
इसके बाद ग्रामीणों ने चोर की पिटाई शुरू कर दी। काफी देर बाद नाम व पता पूछा। तब चोर ने अपना नाम दीपक मिश्रा पुत्र शिवशंकर प्रसाद मिश्रा 19 वर्ष निवासी खारा थाना सेमरिया हाल ढेकहा थाना सिविल लाइन बताया। फिर ग्रामीणों ने चोर से उसी के मोबाइल से पिता को फोन लगवाया। पिता बेटे के पिटने की कहानी सुनकर चौंक गए। उन्होंने कहा कि मैं आ रहा हूं।
रात में 4 घंटे तक बजरंगपुर गांव में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। सुबह 6 बजे तक संदेही चोर के पिता सेमरिया क्षेत्र से 70 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने गांव वालों से बेटे को भाफ कर देने व छोड़ देने की मिन्नतें की। जब ग्रामीण नहीं मानें तो शिवपुरवा चौकी को सूचना दी गई। डेढ़ घंटे बाद चौकी का अमला मौके पर पहुंचकर संदेही चोर का बचाया।