अयोध्या से बड़ी खबर है. राम जन्मभूमि पर रामलला के विराजमान होने के बाद से ही राम मंदिर और अयोध्या आतंकियों के निशाने पर बनी रहती है. आए दिन अयोध्या और राम मंदिर को लेकर आतंकियों की कोई न कोई साजिश सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी के कारण नाकाम होती रहती है. अयोध्या धाम का राम मंदिर दुनिया भर में मौजूद राम भक्तों के आस्था का केंद्र है. पूरी दुनिया के राम भक्त अयोध्या आकर राम लला का दर्शन कर अपने आप को धन्य महसूस करते हैं.




बीते दिनों मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के मजनाई गांव के रहने वाले ISI आतंकी अब्दुल रहमान को फरीदाबाद से गुजरात ATS और हरियाणा STF ने जिंदा हैंड ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार किया था. अयोध्या मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमले की साजिश बेनकाब होने के बाद अयोध्या पुलिस ने राम मंदिर को अभेद किले में परिवर्तित कर दिया है. चार दिन पहले ही राम मंदिर परिसर में एंटी ड्रोन सिस्टम को इंस्टॉल कर दिया गया है और इसका बकायदा ट्रायल भी किया गया है.
एंटी ड्रोन सिस्टम पर तैनात ट्रेंड पुलिसकर्मी
एंटी ड्रोन सिस्टम को तीन जोन में बाटा गया है. राम मंदिर परिसर में एंटी ड्रोन सिस्टम पर तैनात ट्रेंड पुलिसकर्मी आसमान में उड़ने वाले किसी भी ड्रोन को कंट्रोल कर उसे किसी भी क्षेत्र में उतार सकते है. एंटी ड्रोन सिस्टम की कीमत 80 लाख रुपए बताई जा रही है. यही नहीं अयोध्या के रहने वाले आतंकी अब्दुल रहमान के पकड़े जाने के बाद से राम मंदिर की सुरक्षा में तैनात सभी एजेंसियां चौकन्ना हो गई हैं.
NSG कमांडो भी बुलाए गए
टीवी9 भारतवर्ष के सूत्रों की मानें तो आतंकी अब्दुल रहमान के पकड़े जाने के बाद जन्मभूमि परिसर में सुरक्षा को लेकर तत्काल इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमें सुरक्षा से जुड़े जनपद के सभी आला अधिकारी और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे. बैठक में सेना के भी कई अधिकारियों की मौजूदगी थी. यहीं नहीं सेना के वरिष्ठ अधिकारियों और एनएसजी के कमांडो ने राम मंदिर में किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरे परिसर का भ्रमण किया.
राम मंदिर की सुरक्षा में 5 हजार जवान तैनात
इसके साथ-साथ राम जन्मभूमि परिसर में सभी निकासी द्वार और प्रवेश द्वारों का भी गहनता से निरीक्षण किया गया. महर्षि वाल्मीकि एयरपोर्ट से सेना का एक विमान हर एक घंटे बाद उड़ान भर रहा था और अयोध्या धाम परिक्षेत्र में आसमान के ऊपर मंडरा रहा था. राम जन्मभूमि में रामलाल की सुरक्षा में सीआरपीएफ, एसएसएफ, यूपी पुलिस, पीएसी समेत लगभग 5000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहती है. श्रीराम जन्मभूमि का पूरा परिसर और परिसर के बाहर का क्षेत्र हाई क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रहता है.
