।। सत्य के दीपक को कोई बुझा नही सकता।असत्य कुछ भी करले पर वह सत्य को कभी छिपा नहीं सकता ।।
प्रयागराज। सच्चाई की दीवाल को कभी भी असत्य रुपी हथौड़े से नही तोड़ा जा सकता यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा सहसों श्रीकान्त त्रिपाठी से उनके निज निवास सहसों प्रयागराज में कही।स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री एवं वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा सहसों श्री त्रिपाठी के बीच बहुत ही मधुर मैत्रिक एवं पारिवारिक सम्बन्ध हैं।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि सच्चाई की दीवाल को कभी भी असत्य रुपी हथौड़े से नही तोड़ा जा सकता क्योंकि सच की दीवाल हजारों करोड़ों सूर्य के अग्नि की ज्वाला में धधकती रहती है जिसमें असत्य रुपी हथौड़ा तुरन्त ही पिघलकर नष्ट हो जाएगा। जिला मंत्री ने आगे बतलाया कि वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा सहसों श्री त्रिपाठी महान ईश्वरभक्त में से एक हैं और सदैव सत्य एवं न्याय के अनुयायी हैं एवं बहुत ही दयालु व्यक्तित्व के धनी हैं।गरीबों दुखियरों के सेवा के प्रति निरन्तर तत्पर रहते हैं।दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति के प्रतिमूर्ति हैं।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि सत्य के दीपक को कोई बुझा नही सकता एवं असत्य कुछ भी करले पर वह सत्य को कभी छिपा नहीं सकता।मनुष्य की मूल मनुष्यता वास्तविक रुप से सत्य एवं न्याय पथगामी होनी चाहिए एवं दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति उसके मूल आत्मिक आभूषण होने चाहिए अन्यथा मनुष्य का जीवन पाना ही व्यर्थ है क्योंकि संसार के अन्य प्राणी सत्य एवं न्याय के बारे में कुछ भी नही जानते।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी एवं भूतपूर्व मण्डल अध्यक्ष भाजपा मेजा पं० रुप नारायण मिश्रा मिश्रा ने कहा कि जिला मंत्री द्वारा मनुष्य के बारे कहे गए कथन पूर्ण रुप से सत्य हैं मनुष्य का जीवन पाने का अर्थ ही यह है कि उसे हर स्थिति में सत्य एवं न्याय पथगामी होना चाहिए।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री की ही देन है जो आज वरिष्ठ समाजसेवी एवं मण्डल अध्यक्ष भाजपा सहसों श्री त्रिपाठी जैसे महान विभूति से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ एवं जिला मंत्री के मुखारबिंदु से स्फुटित एक एक शब्द मानव हित में अमृतमयी हैं।केवल जिला मंत्री द्वारा उपदेशित कथानानुसार ही मनुष्य अपने मानव जीवन को साकार कर सकता है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय, शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं राजकुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।