चंडीगढ़। कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के बीच चल रही खींचतान खुलकर सामने आई। कांग्रेस के धरने में दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर जम कर शाब्दिक तीर चला रहे है। इसकी शुरूआत राजा वड़िंग की तरफ से हुई। जिसके जवाब में बाजवा ने खुद को पैटर्न टैंक और युवाओं को मिसाइल बताया तो वड़िंग ने भी जवाब देने में समय नहीं लगाया। उन्होंने कहा कि जब कुर्सी की बात आए तब भी टैंक की तरह खड़े रहना, तब पैरों में रस्सी मत डालना।
बाजवा और वड़िंग के बीच 2027 में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा की लड़ाई लंबे समय से चली आ रही है। दोनों ही नेता समय-समय पर एक दूसरे पर व्यंगात्मक बाण चलाते आ रहे है। सोमवार को कांग्रेस के धरने के दौरान वड़िंग ने बाजवा के उस बयान पर कटाक्ष किया जिसमें उन्होंने कहा था कि जब राजा वड़िंग 9 महीने के थे तब वह यूथ कांग्रेस के प्रधान थे और तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की कुर्सी पर बैठने के आरोप में जेल गए थे। बाजवा ने यह बयान 24 अगस्त को यूथ कांग्रेस के प्रदेश प्रधान मोहित मोहिंद्रा के पदभार ग्रहण समारोह के दौरान दिया था। इस समारोह में राजा वड़िंग भी थे लेकिन वह पहले ही अपना भाषण खत्म करके समारोह से दिल्ली के लिए निकल गए थे।
बाजवा के उस बयान का सोमवार को जवाब देते हुए वड़िंग ने कहा ‘बाजवा साहब कहते हैं जब मैं 9 महीने का था तब वह यूथ कांग्रेस के प्रधान थे। आज राज्यपाल को मांग पत्र देने की अगुवाई भी बाजवा साहब ही करेंगे। वह सारे उनके पीछे-पीछे चलेंगे।’ बाजवा ने भी अपने संबोधन के अंत में राजा वड़िंग के व्यंग का जवाब देते हुए कहा ‘65 वर्ष की उम्र में अब अपनी स्थिति जालंधर के बीएसएफ चौक पर लगे पैटर्न टैंक की तरह हो गई है। यूथ हमारे मिसाइल है और वह पैटर्न टैंक की तरह पीछे खड़े हैं। वह यह देखेंगे की कोई भागे नहीं।
राजा वड़िंग ने नेता प्रतिपक्ष को उन्हीं के शब्दों में जवाब देते हुए कहा ‘बाजवा साहब बड़े होशियार हैं। हो भी क्यों नहीं मेरे से 50 या 40 साल पहले जो पैदा हुए हैं।’ वड़िंग ने कहा, जब कुर्सी की बात आए तब भी टैंक की तरह पीछे ही रहना। तब मत भागने लगना और पैरों में रस्सी डाल देना। उन्होंने कहा, जब आज आगे बढ़ने का पंगा नहीं ले रहे हो तो तब भी पंगा मत लेना। ऐसा न हो कि मिसाइल पहले चल कर खत्म हो जाएगी और बाद में पैटर्न टैंक कछुए की तरह आगे आ जाएगा। वड़िंग का इशारा साफ-साफ 2027 को लेकर था।