रॉन्ग नंबर से आए कॉल ने एक शख्स की जिंदगी बर्बाद कर दी। कॉल करने वाली महिला ने पहले दोस्ती की। फिर रेप का केस दर्ज करवा दिया। पैसों की मांग करते हुए ब्लैकमेल करने लगी। परेशान होकर शख्स ने सुसाइड कर लिया। परिवारवालों ने हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई। पुलिस ने युवक की पत्नी और परिवारवालों के बयान लिए। इसके बाद जो कहानी सामने आई, उससे पुलिस के भी होश उड़ गए। पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। पूरे मामले को सिलसिलेवार तरीके से समझते हैं…
आगे बढ़ने से पहले एक नजर केस पर
20 फरवरी को रीवा के मनगवां थाना क्षेत्र में खुरहा रघुराजगढ़ गांव का रहने वाला कैलाश यादव (35) का शव फंदे पर मिला। पुलिस ने इसे खुदकुशी बताया। हालांकि, परिवार वाले इसे हत्या बताते रहे। कैलाश रेप के आरोप में जमानत पर छूटा था। इसी मामले में 21 फरवरी को कोर्ट में पेशी भी थी। परिवार वाले रीवा की रहने वाली एक महिला पर आरोप लगा रहे थे। इसी महिला ने कैलाश के खिलाफ रेप का केस दर्ज करवाया। आक्रोशित परिजन ने शव सड़क पर रख जाम लगा दिया।
अब जानिए महिला की ब्लैकमेलिंग की सिलसिलेवार कहानी…
रीवा के खुरहा रघुराजगढ़ का कैलाश यादव जबलपुर में रहता था। वह होटल में नौकरी करता था। उसकी पत्नी और दो बच्चे गांव में रहते हैं। साल 2021 के फरवरी महीने की बात है। रात को कैलाश के मोबाइल पर घंटी बजी। उठाया तो दूसरी तरह से महिला की आवाज आई। पहचान नहीं होने से रॉन्ग नंबर बताकर कैलाश ने फोन काट दिया। दो दिन बाद दोबारा उसी नंबर से कॉल आया। इस बार महिला ने कहा- पता है आप मुझे नहीं जानते, लेकिन आप बिना बात किए फोन नहीं काटिएगा। मुझे आपसे बात करनी है। भले ही हम दोनों एक-दूसरे को नहीं जानते। बात कीजिएगा, तो पहचान भी हो जाएगी…नजदीकियां भी बढ़ जाएंगी। धीरे-धीरे कैलाश भी बातें करने लगा। रॉन्ग नंबर से पहचान ऐसी बढ़ी कि दोनों रोजाना बातें करने लगे। महिला रीवा के तरहटी मोहल्ले की रहने वाली है। उसके पति की मौत हो चुकी है।
महिला और कैलाश के बीच दो-चार दिन में ही घर-गृहस्थी से शुरू होकर प्यार-मोहब्बत तक की बातें होने लगीं। दोनों रोजाना घंटों बातें करते। वैसे ताे कैलाश दो से तीन महीने में अपने घर रीवा आता-जाता, लेकिन महिला से पहचान होने के बाद रीवा आना-जाना बढ़ गया। आए दिन वो परिवार वालों को रीवा जाने का बोलकर जबलपुर से निकल जाता। काम में उसका मन कम लगने लगा। रीवा स्टेशन पर उतरते ही वो तरहटी मोहल्ला स्थित महिला के घर पहुंचता। उसी के यहां रात गुजारता। कभी एक तो कभी दो दिन महिला के घर पर रुकने लगा। यह सिलसिला चलता रहा। शुरुआत में महिला जरूरत के हिसाब से पैसे मांगती। धीरे-धीरे उसकी डिमांड बढ़ने लगी। हर दूसरे दिन कैलाश से पैसे मांगने लगी। महिला के इस रवैये से कैलाश परेशान रहने लगा। उसकी आमदनी इतनी नहीं थी कि अपने परिवार के साथ महिला की डिमांड पूरी करता रहे।
जुलाई 2022 में कैलाश ने महिला से कहा कि हम दोनों की मर्जी से यह रिश्ता बना है। इस तरह से बार-बार पैसे मांगना ठीक नहीं है। महिला ने कैलाश को अल्टीमेटम दे दिया कि 15 लाख रुपए दे दो, नहीं तो रेप केस में फंसा दूंगी। सोचने के लिए हफ्तेभर का समय दिया, लेकिन कैलाश के पास इतने पैसे नहीं थे। कैलाश ने महिला से कहा कि अब हम नहीं मिलेंगे। तुम गलत तरीके से मुझे नहीं फंसा सकती हो। इस तरह से डेढ़ साल पहले दोनों के बीच रॉन्ग नंबर कॉल के बाद शुरू हुई दोस्ती में खटास आ गई। कैलाश की तरफ से पैसे नहीं देने की बात सुनकर महिला ने उसे देख लेने की धमकी दी। 18 अगस्त को रीवा कोतवाली में कैलाश के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करा दिया।
FIR में महिला ने लगाया रेप का आरोप
रीवा कोतवाली में महिला ने रेप की शिकायत दर्ज करा दी। आवेदन में महिला ने कहा कि मेरी शादी 20 साल पहले हो चुकी है। 6 साल पहले तलाक हो गया है। मेरी दोस्ती कैलाश यादव पिता रमई यादव निवासी सुरहा थाना मनगवां से डेढ़ साल पहले हुई थी। कैलाश से मैं मोबाइल पर बातचीत करती थी। कैलाश यादव मेरे घर तरहटी में एक साल पहले आकर बताया कि मेरी पत्नी का देहांत हो चुका है।
मैं तुमसे शादी करूंगा। शादी का लालच देकर मेरे साथ संबंध बनाए। इसके बाद कैलाश यादव आए दिन मेरे घर आता। दो-तीन दिन तक यहां रुकता था। हम दोनों में संबंध बनते और फिर चला जाता था। मुझे तीन-चार महीने पहले पता चला कि कैलाश की पत्नी का देहांत नहीं हुआ है। उसके दो बच्चे भी हैं। इसके बाद मैने कैलाश से बोला कि तुमने मुझसे झूठ बोला है कि तुम्हारी पत्नी का देहांत हो गया है। फिर भी तुम मेरे साथ संबंध बनाते रहे हो, अब शादी करो। इसके बाद कैलाश ने मोबाइल बंद कर लिया। पता किया तो अपने घर पर भी नहीं है।
रेप के आरोप में कैलाश को भेजा जेल
महिला सिटी कोतवाली थाने में आईपीसी की रेप की धाराओं में केस दर्ज किया गया। मामले में पुलिस ने कैलाश यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कैलाश करीब 2 महीने 10 दिन जेल में रहा। रीवा से जमानत खारिज होने के बाद परिजनों ने हाईकोर्ट से जमानत कराई। एक नवंबर 2022 को कैलाश जेल से छूटा। 20 दिन कैलाश घर पर रहा। इसके बाद जबलपुर से होटल मालिक ने फोन किया। वह नौकरी करने चला गया। बाद में उसे जमानत मिल गई। जमानत पर कैलाश के बाहर आने के बाद भी महिला फोन कर केस खत्म करने के लिए पैसों की मांग करने लगी।
पहली पेशी पर तीन लाख रुपए मांगे
कैलाश की पत्नी पिंकू यादव ने बताया कि महिला ने पति से पहले 15 लाख रुपए मांगे थे। इतने रुपए जुटा पाना मुश्किल था। पति महिला से केस वापस लेने की गुहार लगाते रहे। महिला पैसे की डिमांड करती रही। 10 जनवरी को पति की पहली पेशी हुई। जहां एक बार फिर महिला मिली। वह ब्लैकमेल करते हुए बोली कि चलो तीन लाख ही दे दो।
हम केस वापस करा देते हैं। दूसरी पेशी 24 जनवरी को हुई। तब भी महिला ने कहा- हमसे छुटकारा चाहते हो तो पैसे दे दो, नहीं तो जेल की हवा खानी पड़ेगी। मेरे पति बात टालते रहे। जानते थे कि यह फिर कोई केस न लगा दे। तीन लाख रुपए जुटा पाना हमारे परिवार के लिए बहुत मुश्किल था। ऐसे में केस लड़ने और बेगुनाह साबित करने के अलावा हमारे पास कोई रास्ता नहीं था।
तीसरी पेशी से एक दिन पहले ही फंदे से लटका मिला
21 फरवरी को जिला अदालत में कैलाश यादव की तीसरी बार पेशी होनी थी। कैलाश ने परिजनों को बताया था कि वो 20 फरवरी को रीवा आएगा और 21 को पेशी पर जाएगा। लेकिन 19 फरवरी को ही कैलाश रीवा पहुंच गया। स्टेशन के बाहर ही महिला से कैलाश की मुलाकात हुई।
महिला से मिलकर घर लौटने के दौरान 19 फरवरी की ही रात में मनगवां कस्बे के साईं मंदिर के पीछे आम के पेड़ से लटकती कैलाश की लाश मिली। पैर जमीन में रखे थे, ऐसा लगता है कि महिला ने हत्या कर शव को लटका दिया है। महिला ने पुलिस की पूछताछ में खुद बताया कि मैंने कैलाश से डेढ़ लाख रुपए की डिमांड की थी। हालांकि उसने पैसे देने से इनकार कर दिया। अपने घर के लिए निकल गया।
शव रखकर जबलपुर-प्रयागराज हाईवे जाम किया
20 फरवरी की सुबह 6 बजे मनगवां थाने को कैलाश का शव फंदे से लटके होने की सूचना मिली। रहवासियों ने बताया कि साईं मंदिर के पास एक अज्ञात लाश पेड़ से लटकी है। फोन नंबर व आधार कार्ड देखकर पुलिस ने मृतक के परिजन को बुलाया। सुबह 7 बजे परिजन पहुंचे। कैलाश की मौत को पुलिस पहली नजर में खुदकुशी मान रही थी, लेकिन 20 फरवरी को जब परिजन ने शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया तो पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच शुरू की।
पुलिस ने पहले कैलाश की पत्नी पिंकू यादव से पूछताछ की। उसने बताया कि मेरे पति किसी महिला से अकसर फोन पर बात करते थे। उसी महिला ने पति पर रेप का आरोप लगाया था। पैसे की मांग कर रही थी। पुलिस नहीं मानी तो गुस्साए लोगों ने शव को नेशनल हाईवे 30 में रखकर चक्काजाम कर दिया। करीब एक घंटे तक जबलपुर-प्रयागराज मार्ग बाधित रहा। मृतक कैलाश यादव की पत्नी के बयान लिए गए।
मृतक की पत्नी के बयान से सुलझी मिस्ट्री
मृतक कैलाश यादव की पत्नी पिंकू यादव के बयान से मौत की मिस्ट्री सुलझाने में पुलिस सफल रही। दरअसल, पिंकू ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले कैलाश का भतीजा बीमार हुआ। उसे संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कैलाश अपने भतीजे को देखने अस्पताल गए, तो वहां उनकी चचेरी बहन के पति काशी प्रसाद यादव एक महिला के साथ आए थे। कैलाश के बहनोई काशी प्रसाद ने बताया कि महिला के यहां रोजाना दूध देने जाते हैं। उस समय किसी ने भी महिला को गंभीरता से नहीं लिया था।
हमें नहीं पता था, वो महिला उनके परिवार की तबाही का कारण बनेगी। इसके बाद ही महिला ने पति को फोन लगाना शुरू कर दिया। रॉन्ग नंबर बताकर दोस्ती की और फिर पूरी साजिश रचती चली गई। पति पर रेप का केस दर्ज होने के बाद मैंने ही पति को यह बात याद दिलाई कि यह महिला पहले अस्पताल में हमसे मिल चुकी है। इसी के आधार पर पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई। कैलाश के मौत की गुत्थी सुलझ गई।
महिला पर दर्ज किया आत्महत्या के लिए उकसाने का केस
सायबर सेल ने कैलाश की पिंकू यादव के बयानों के आधार पर कॉल डिटेल की जांच की, तो महिला पर संदेह गहराया। पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी। इसके बाद पुलिस ने महिला के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया। घर वालों ने आरोप लगाया कि महिला शुरू से हत्या करने पर उतारू थी। वह दो साल से पैसे की मांग करती आ रही है। हर बार बोलती थी, पैसे नहीं दिए तो जान से मरवा दूंगी। महिला की इस साजिश ने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य को मार डाला। अब घर में 65 वर्षीय मां, पत्नी, एक बेटा व बेटी है, जो अब बेसहारा हो गए हैं।