।। सत्य एवं न्याय की ज्योति जलाएजा।दूसरों को खुशियाँ देकर मानवता के गुण गाएजा ।।
प्रयागराज।खोयी हुई प्रिय वस्तु या महत्वपूर्ण अभिलेख को पुनः प्राप्त होने पर मिली खुशी से बढ़कर संसार में अन्य कोई खुशी नही है यह अभिव्यक्ति एशोसिशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने निजी चार चक्का वाहन चालक सोनू कुमार चौधरी से औंता महावीर के प्रांगण में औंता मेजा प्रयागराज में कही। संज्ञानित कराते चले कि वाहन चालक श्री चौधरी का एक पर्स मेजा रोड में गिर गया था जिसे जिला मंत्री के अत्यन्त प्रिय मित्र शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल के परिवार वालों को मिला था जिसकी सूचना जब जिला मंत्री को प्राप्त हुई तो जिला मंत्री श्री चौधरी से मिलकर तत्काल इसे लौटाने हेतु उतावला हो उठे।संयोग से उस पर्स में श्री चौधरी का मोबाइल नम्बर भी मिल गया।तत्काल जिला मंत्री ने श्री चौधरी को फोन लगवाया और उन्हें औंता महावीर के प्रांगण बुलवाया क्योंकि जिला मंत्री बजरंग बली के दर्शन हेतु औंता महावीर पधारे थे।करीब एक घंटे के इन्तजार के बाद श्री चौधरी औंता महावीर के प्रांगण में पहुँचे और अपना परिचय देते हुए अपना पता मोनाई औंता मेजा प्रयागराज बताए।जिला मंत्री एवं उनके प्रियजनों के बीच श्री चौधरी को उनका खोया हुआ पर्स लौटाया गया।श्री चौधरी ने अवगत कराया कि इस पर्स में करीब पांच सौ रुपए एवं ड्राइविंग लाइसेंस,आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं परिवारी जनों की कुछ एक फोटो थी जो सही सलामत एकदम वैसे ही मुझे प्राप्त हुई और इसे पाकर मैं बहुत ही खुश हूं एवं प्रभू बजरंग बली से मैं विनम्र प्रार्थना करता हूं कि जिला मंत्री सहित इनकी पूरी टीम को सदा खुशहाल रखें एवं दीर्घायु जीवन प्रदान करें।जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि खोयी हुई प्रिय वस्तु या महत्वपूर्ण अभिलेख को पुनः प्राप्त होने पर मिली खुशी से बढ़कर संसार में अन्य कोई खुशी नहीं है।जिला मंत्री ने कहा कि इस नेक कार्य में वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला का विशेष योगदान रहा और आगे यह भी कहा कि सत्य एवं न्याय की ज्योति जलाएजा,दूसरों को खुशियाँ देकर मानवता के गुण गाएजा।इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा जिला मंत्री का जन्म हमारे मेजा होना बहुत ही सौभाग्य की बात है जो सदैव मानव कल्याणकारी कार्यों को करते हुए सभी में प्रेम की ज्योति जागते हुए सदैव सत्य एवं न्याय के पथ पर अग्रसर रहते हैं।इस महान एवं नेक कार्य के दौरान आचार्य प्रकाशानन्द महराज एवं शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल उपस्थित रहे।