लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों के दो गुटों में जमकर मारपीट घटना सामने आ रही है। जिस मारपीट हो रही थी उस समय वहां पुलिस वाले भी मौजूद थे। यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी विवि परिसर में गहमागहमी हो चुकी है। इस मामले में पुलिस की लापरवाही का ही नतीजा है कि छात्र शुक्रवार को एक बार फिर आमने-सामने आए। वछात्रों को शांत करने के लिए मौके पर पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य और पुलिस को भी बड़ी मशक्कत कनी पड़ी। गुस्साए छात्रों नें पुलिस की मौजूदगी में ही आरोपी छात्र की जमकर पिटाई कर दी। हालत बिगड़ता देख बड़ी संख्या में पीएसी बल समेत सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।
क्या था पूरा मामला?
मिली जानकारी के अनुसार आज यानी शुक्रवार को विश्वविद्यालय में एक छात्र की पिटाई करने के लिए कुछ बाहरी लड़के आए थे। मौका मिलते ही बाहरी लड़कों ने विवि के छात्र की जमकर पिटाई कर दी। इसी दौरान विवि के अन्य कई छात्र मौके पर पहुंच गए। एक बाहरी छात्र उनकी पकड़ में आ गया। उसकी जमकर पिटाई कर दी। प्रॉक्टर और पुलिस की मौजूदगी में छात्रों नें पकड़े गए बाहरी छात्र को जमकर पीटा। काफी मसक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी को गाड़ी में बिठाकर बाहर निकालने में कामयाब रही।
विवि प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश ने बताया कि परिसर में मारपीट हुई है। लेकिन अचानक माहौल कैसे बिगड़ गया फिलहाल जानकारी नहीं है। कैंपस में पर्याप्त मात्रा में सुरक्षाबल मौजूद हैं। आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को विवि के छात्रों की पिटाई के लिए कुछ बाहरी छात्र आए थे। प्रॉक्टर ऑफिस के सामने सुभाष छात्रावास के के छात्र अक्षय वर्मा और आशीष पांडेय को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इसी दौरान विवि को बाकी छात्र भी मौके पर पहुंच गए। एक बाहरी छात्र पकड़ में आ गया। गुस्साए छात्रों नें आरोपी छात्र की जमकर पिटाई कर दी।
बलरामपुर अस्पताल इमर्जेंसी में भर्ती 8 छात्र
बलरामपुर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अतुल मेहरोत्रा ने एक समाचार पत्र से बात करते हुए बताया कि 8 लोगों को चोटिल हालत में बलरामपुर अस्पताल लाया गया है। इन सभी का इलाज इमरजेंसी में चल रहा है। इनमें से लखनऊ विश्वविद्यालय का छात्र अक्षय वर्मा भी हैं। इनमें से किसी की भी हालत ज्यादा गंभीर नहीं है।