रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों की तारीख का एलान कर दिया गया है। राज्य में 7 और 17 नवंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे। दोनों राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार के लिए जोरों-शोरों से तैयारी कर रही है।
इस बीच छत्तीसगढ़ में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी 25 फीसदी से अधिक महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारने में जुट गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक,कांग्रेस अपनी उम्मीदवारों की लिस्ट 15 अक्टूबर को जारी करेगी। इस लिस्ट में इस बार 22 महिलाओं को टिकट दिए जाने की उम्मीद है। ये फैसला इस साल 33 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद लिया गया है।
पिछले साल कितनी थी महिला उम्मीदवारों की संख्या?
गौरतलब है कि पिछले साल कांग्रेस ने केवल 13 महिलाओं को उम्मीदवार के तौर पर टिकट दिया था, जिसमें से केवल 10 ने जीत हासिल की थी। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 14 महिलाओं को चुनावी मैदान में उतारा था, जिसमें महज एक ही उम्मीदवार जीत पाई थी।
छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों पर महिला होंगी उम्मीदवार
कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा ने संकेत दिए है कि प्रदेश की सभी 11 लोकसभा सीटों पर 2-2 महिलाओं को टिकट दिया जाएगा। बता दें कि भाजपा ने कुल 90 विधानसभा सीटों पर 14 महिलाओं को टिकट दिया है। बीजेपी की तुलना में कांग्रेस इस बार दोगुनी महिला उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतार रहा है। इस बार दोनों ही पार्टियों की महिला उम्मीदवार शराबबंदी को लेकर मुखर रहने वाली हैं। इस चुनाव में दोनों ही पार्टी की महिला प्रत्याशी शराबबंदी विषय को लेकर मुखर रहेंगी।
इस साल बढ़ी महिला उम्मीदवारों की संख्या
बात करें साल 2003 विधानसभा चुनाव की तो उस दौरान केवल 62 फीसदी महिला प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरी थी, जिसकी संख्या 2008 में बढ़कर 94 हो गई। 2018 विधानसभा चुनाव में 115 महिला उम्मीदवार को टिकट दिया गया था, जिसकी संख्या 2023 में बढ़कर 120 के पार होने की उम्मीद है।
महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष वोटर्स से अधिक
मध्यप्रदेश, राजस्थान, मिजोरम और तेलंगाना की तुलना छत्तीसगढ़ में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष वोटर्स से अधिक है। छत्तीसगढ़ में 2.03 करोड़ कुल मतदाताओं में महिला मतदाताओं की संख्या 1.02 करोड़ महिला है। वहीं, पुरुष मतदाताओं की संख्या 1.01 करोड़ हैं।