मध्यप्रदेश के कटनी में मण्णपूरम गोल्ड फायनेंस में हुए लूटकांड में मध्यप्रदेश पुलिस को एक सफलता हाथ लगी है। एमपी पुलिस ने पटना और बक्सर पुलिस की मदद से बक्सर से तीसरी गिरफ्तारी की है। पुलिस ने लूटकांड के बाद बक्सर में छिपकर रह रहे शहबाज खान को छापेमारी कर के गिरफ्तार कर लिया है। एमपी पुलिस शहबाज खान को लेकर पटना आ गई है।
शहबाज नाम बदलकर कटनी में किराए के मकान में रह रहा था। उसने खुद को स्टूडेंट बताया था। उसके पास रणवीर के नाम का फर्जी आधार कार्ड भी था। इस आधार कार्ड में शहबाज की फोटो थी। 10 दिनों तक इसी किराए के मकान से उसने लूटकांड की रेकी की थी।
शहबाज ने पूछताछ में कई राज खोले हैं। शहबाज ने पुलिसिया पूछताछ में घटना में संलिप्त अपने अन्य साथियों के बारे में बताया है। पुलिस अब उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। फिलहाल पुलिस शहबाज से अभी भी कड़ाई से पूछताछ कर रही है।
मंगलवार की देर रात एमपी पुलिस शहबाज को लेकर पटना के लिए रवाना हो गई। शहबाज से लगाताार पूछताछ की जा रही है। शहबाज के मुताबिक कटनी में डकैती करने वाले अपराधी पटना और आसपास के जिले में छिपे हुए हैं। कटनी के मण्णपूरम से हुए सोना लूट कांड में एमपी पुलिस को अभी भी चार अपराधियों की तलाश है।
शहबाज के अनुसार, पुलिस वैशाली के अखिलेश उर्फ विकास, पटना के अर्जुन उर्फ पीयूष, बक्सर के ही मिथलेश उर्फ धर्मेंद्र पाल और अमित सिंह उर्फ विक्कू की तलाश में छापेमारी कर रही है। शहबाज ने एमपी पुलिस को बताया है कि कटनी सोना लूटकांड में इस्तेमाल किए गए कट्टा पटना से ही ले गया था। उसने ही अपना नाम और पहचान बदल कर इस पूरी घटना की रेकी की थी।
10 दिन पहले ही शहबाज कटनी पहुंच गया था
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश के कटनी में मण्णपुरम डकैती कांड को अपराधियों ने 26 नवंबर को अंजाम दिया था। यहां 15 किलो सोने की लूट हुई थी। इस घटना के 10 दिन पहले ही शहबाज कटनी पहुंच गया था और रेकी करने लगा था। इसके बाद कर अपने बाकी के छह साथियों को कटनी बुलाया था।
शहबाज खान ने रेकी करने के लिए अपना नाम बदल कर रणवीर कुमार रखा था। इतना ही नहीं शहबाज ने रणवीर कुमार के नाम से आधार कार्ड भी बनवाया था जिसे एमपी पुलिस बरामद किया था। आधार कार्ड पर नाम तो रणवीर कुमार था लेकिन फोटो शहबाज ने अपनी ही लगाया था।
कटनी में किराए का कमरा लिया
शहबाज ने पूछताछ में एमपी पुलिस को बताया कि सब से पहले उसने अपने बदले हुए पहचान के आधार पर कटनी में किराए का कमरा लिया। जहां इसके अन्य साथी इस घटना के दौरान रहे थे। शहबाज ने कटनी में किराए का मकान लिया था।
उसने मकान मालिक को बताया था कि वे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र हैं। शहबाज ने अपने बदले हुए नाम के आधार पर वहां सेकेंड हैंड बाइक भी खरीदी थी। शहबाज बक्सर में ही एक अन्य लूटकांड में जेल भी जा चुका है।
शातिरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही पुलिस
इधर,पटना में एमपी पुलिस की एक टीम पटना के बेऊर जेल में बंद सुबोध सिंह प्रोडक्शन वारंट के आधार पर अपने साथ एमपी ले जाने की तैयारी में है। जिसको लेकर एमपी पुलिस आज कोर्ट में इसके लिए आवेदन भी देगी। वहीं पटना में आए राजस्थान पुलिस भी वैशाली में छापेमारी कर रही है।
राजस्थान के उदयपुर में 29 अगस्त को मण्णपूरम के दफ्तर से 25 किलो सोना और 10 लाख कैश की डकैती की मामले में पुलिस वैशाली के प्रिंस और फंटूस को गिरफ्तार कर चुकी है। इन दोनों के निशानदेही पर राजस्थान पुलिस छपरा के साथ अन्य जगह पर इस लूटकांड के बाकी शातिरों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।