नई दिल्ली: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenburg Report) के बाद से अडानी समूह (Adani Group) की मुश्किलें कम नहीं होती दिख रही है। अडानी समूह की कंपनियों के शेयर प्राइस लगातार गिर रहे है। कंपनी का मार्केट कैप 117 अरब डॉलर से अधिक गिर गया है। अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी (Gauatm Adani) का नेटवर्थ गिरकर आधा हो गया है। अडानी समूह अब कंपनी को मजबूती देने की तैयारी कर रही है। हिंडनबर्ग के हमले से भले ही कंपनी के शेयर, कंपनी के मार्केट कैप पर असर पड़ा हो, लेकिन अडानी समूह के पास इतना ऐसेट और इन्वेस्टमेंट है कि अगर उसे लोन चुकाने की जरूरत पड़े हो आसानी से चुका सकती है। आज हम आपको अडानी की गुमनाम कंपनी अडानी प्रॉपर्टी के बारे में बता रहे हैं, जो मुश्किल में अडानी के लिए संकटमोचन साबित हो सकती है।
अडानी की तिजोरी भर देगी ये कंपनी
अडानी समूह की उस अनजान कंपनी के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, लेकिन इस कंपनी के पास इतना ऐसेट और निवेश है कि वो अडानी की तिजोरी भर सकती हैं। यानी अडानी समूह की कंपनियों के पास पूंजी की कमी नहीं होगी। अडानी की लिस्टेड कंपनियों के बारे में सब जानते हैं, लेकिन यह हम आपको अडानी समूह की अनलिस्टेड कंपनी अडानी प्रॉपर्टी ( Adani Properties) के बारे में बता रहे हैं। बाजार के एक्सपर्ट्स की माने तो अडानी समूह पर जितना कर्ज है, वो फिर भी रिस्क जोन में नहीं है। बाजार के जानकार मानते हैं कि Adani Properties की फाइनेंशियल कंडीशन इतनी अच्छी है कि वो कर्ज से निपटने के लिए उसपर भरोसा कर सकते हैं।
अडानी की अनजान कंपनी Adani Properties
अडानी की ये अनजान कंपनी अडानी प्रॉपर्टी तीन दशक पुरानी कंपनी है। कंपनी का मुख्यालय अहमदाबाद में है। अडानी की इस कंपनी Adani Properties ने ग्रुप के बड़े कारोबार में निवेश किया है। इस कंपनी ने गौतम अडानी फैमिली की ओर सेकंपनी अडानी की फ्लैगशिप अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises), अडानी पोर्ट्स और एसईजेड (Adani Ports), अडानी पावर (Adani power), अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energey) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Enterprises) में निवेश किया है।
कई कंपनियों से बड़ा
अडानी समूह की इस अनलिस्टेड कंपनी का साइज और इसका मार्केट स्केल कई लिस्टेड कंपनियों से बड़ा है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में 4763 करोड़ रुपये के मुनाफा कमाया था। कंपनी का नेटवर्थ 41300 करोड़ रुपये है। अगर इस कंपनी का विस्तार गुजरात, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में है। कंपनी के पास इतनी संपत्ति है कि वो कई बड़ी लिस्टेड कंपनियों को पीछे छोड़ दे। अडानी प्रॉपर्टीज का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 11144 करोड़ है। बैलेंस शीट की बात करें तो ग्रोथ के हिसाब से साल साल 2019-20 में 37446 करोड़ के मुकाबले साल 2020 में ये 74499 करोड़ की कंपनी बन चुकी गई।
अडानी प्रॉपर्टीज के पास 351 कंपनियां
अडानी प्रॉपर्टीज के काम की बात करें तो इसके काम में सामान की होलसेल ट्रेडिंग करना भी शामिल है। कंपनी का मेन बिजनस व्यवसाय माल के थोक व्यापार (Wholesale trading of goods) हैं। इसके अलावा इसने कई सहायत कंपनियों के माध्यम से रियल एस्टेट और फाइनेंशियल सर्विस में भारी-भरकम में निवेश किा हुआ है। कंपनी अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करती है। कंपनी के पास 351 सहयोगी कंपनियां है। कंपनी के पास मुंबई के बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स में 8.21 लाख वर्ग फीट की बेशकीमती जगह है। कंपनी ने बैंक से लोन लेने के लिए इस जगह को गिरवी रखा है। बीते दिनों अडानी की इस अनजान कंपनी अडानी प्रॉपर्टीज की खबरें तब सामने आई. जब मुंबई की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी (Dharavi) के रीडिवेलपमेंट के लिए कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट मिला।
अडानी समूह की तिजोरी का काम
बाजार के जानकारों की मानना है कि अडानी प्रॉपर्टीज अडानी समूह की कंपनियों की फंडिंग संबंधी जरूरत के लिए कंपनी की मुख्य व्हीकल बन सकती है। इस कंपनी में बड़े निवेशकों जैसे क्रेडिट सुईस, बार्कलेज बैंक, कॉपथल मॉरिशस और डीबी इंटरनेशनल ने निवेश किया हुआ है। इस कंपनी में कमोडिटीज की हिस्सेदारी 44 फीसदी है, अडानी फैमिली ट्रस्ट की हिस्सेदारी 40 फीसदी है, जबकि गौतम अडानी की हिस्सेदारी 16 फीसदी है। कंपनी के पास किसी भी शॉर्ट टर्म लोन के भुगतान के लिए पर्याप्त संपत्ति के साथ-साथ निवेश के लए बड़ी पोर्टफोलियो है। अडानी की ये कंपनी बाजार में लिस्टेड नहीं है और ना ही अडानी समूह की बाकी कंपनियों की तरह मशहूर है, लेकिन कंपनी को संकट से उबारने में मददगार साबित हो सकती है।