नई दिल्ली: अडानी ग्रुप (Adani Group) में एलआईसी (LIC) की शेयरहोल्डिंग्स को लेकर काफी हंगामा हुआ था। इसकी वजह यह थी कि एक रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इससे एलआईसी को भी तगड़ा झटका लगा था। लेकिन इन सबके बावजूद एलआईसी ने मार्च तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) समेत ग्रुप की चार कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी। साथ ही ग्रुप की तीन कंपनियों में एलआईसी ने अपना स्टेक कम किया है। बीती तिमाही में अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक की कीमत आधी से भी कम रह गई लेकिन एलआईसी ने इसके 357,500 शेयर खरीदे। इस तरह अडानी एंटरप्राइजेज में एलआईसी की हिस्सेदारी मार्च के अंत में 4.25 फीसदी पहुंच गई जबकि दिसंबर के अंत में यह 4.23 परसेंट थी
57 फीसदी गिर चुकी है कीमत
जनवरी के अंत में अडानी ग्रुप की कंपनियों में एलआईसी के निवेश की वैल्यू 30,127 करोड़ रुपये रह गई थी। इस पर काफी बवाल मचा था। विपक्ष ने आरोप लगाया था कि सरकार ने एसबीआई और एलआईसी को अडानी ग्रुप में निवेश करने के लिए मजबूर किया। हालांकि एलआईसी का कहना था कि उसने लॉन्ग टर्म के लिए निवेश किया है और इसमें पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया है। एलआईसी का साथ ही कहना था कि अडानी ग्रुप में उसका कुल एक्सपोजर उसके कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट का एक फीसदी से भी कम है। अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 2.85 फीसदी तेजी के साथ 1800.15 रुपये पर ट्रेड कर रहा था जो इसके ऑल टाइम हाई 4,189.55 रुपये से 57 फीसदी कम है।