–पुलिस अधीक्षक डा0 अरूण कुमार सिंह के पिता स्व0 हरिनारायण सिंह की पुण्यस्मृति में आयोजित हुआ अधिवेशन।
–शिक्षा व शिक्षक हितों के लिये जीवन खपाने वाले शिक्षक नेताओं के परिजनों का हुआ सम्मान।
ब्यूरो चित्रकूट
चित्रकूट,। 9 नवम्बर। उ0प्र0 माध्यमिक अवकाश प्राप्त शिक्षक बेलफेयर एसोसियेशन का तीन दिवसीय प्रादेशिक अधिवेशन एवं शैक्षिक संगोष्ठी का शुभारम्भ जगद्गुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय में मुख्य अतिथि प्रख्यात साहित्यकार लेखिका डा0 नीरजा माधव व विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार सिंह ने मां सरस्वती का पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया और संघ के संस्थापक स्व0 महेश्वर पाण्डेय व संरक्षक हरिनारायण सिंह को नमन किया। इस दौरान संगठन द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन हुआ और शिक्षा व शिक्षकों के हितों के लिये आजीवन संघर्ष करने वाले संगठन के संरक्षक रहे स्व0 हरिनारायण सिंह की पुण्यस्मृति में उनके पारिवारिकजनों सहित शिक्षक हितों के लिये अपना जीवन खपा देने वाले 7 अन्य दिवंगत शिक्षक नेताओं के पारिवारिकजनों को मुख्य अतिथि द्वारा अंगवस्त्र व प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया गया।
यह सम्मेलन चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक अरूण कुमार सिंह के पिता संगठन के अध्यक्ष व संरक्षक रहे स्व0 हरिनारायण सिंह की पुण्यस्मृति मंे आयोजित किया जा रहा है।
प्रधान संयोजक रमेश चन्द्र सिंह ने उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि कथा लेखिका एवं साहित्यकार व राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता डा0 नीरजा माधव सहित सभी अतिथियों व प्रदेश भर से आये सभी बुजुर्ग शिक्षक, शिक्षिकाओं का स्वागत किया।
प्रदेश अध्यक्ष डा0 देवेन्द्र नाथ मिश्र ने कहा कि हम सबके लिये यह गौरव की बात है कि एक योग्य कर्मठ शिक्षक नेता रहे श्रद्धेय हरिनारायण सिंह के सुयोग्य पुत्र अरूण कुमार सिंह चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक हैं । आज शिक्षकों को जो सुविधायें और अच्छा वेतनमान मिल रहा है वह स्व0 हरिनारायण सिंह जैसे जुझारू शिक्षक नेताओं के संघर्षों की देन है। हमंे उनके संघर्षों को भूलना नहीं है। उनसे प्रेरणा लेकर शिक्षा व शिक्षक हितों के लिये आजीवन संघर्ष करना है । शिक्षा जगत में अभी बहुत खामियां हैं उनको सरकार से दूर कराने के लिये हमें भी संघर्ष करना है। शिक्षकों को पुरानी पेंशन, वित्तविहीन को मानदेय, व्यावसायिक शिक्षकों को पूर्ण शिक्षक का दर्जा और कम्प्यूटर शिक्षा में शिक्षकों की नियुक्ति आदि प्रमुख मांगों के लिये हमें सरकार पर दबाव बनाना है। सम्मेलन में पहुंचे लगभग 300 से अधिक शिक्षकों का उन्होंने हृदय से स्वागत करते हुये आभार व्यक्त किया।
जिलाध्यक्ष प्रतापनारायण श्रीवास्तव ने बताया कि अधिवेशन के पहले सत्र में दिवंगत शिक्षक नेता हरिनारायण सिंह (आजमगढ), राजाराम पाण्डेय (चित्रकूट), रामतीर्थ उपाध्याय (आजमगढ़), अवधेश सिंह गौर (फर्रूखाबाद), करूणा शंकर शुक्ला (पीलीभीत), शिवशंकर लाल शर्मा (लखनऊ), तेज नारायण पाण्डेय (लखनऊ), हरिशंकर शर्मा (मेरठ) के परिजनों को सम्मानित किया गया। इस दौरान सभी पारिवारिकजन बेहद प्रफुल्लित रहे और अपने-अपने संरक्षक को याद कर भावुक हो गये। परिजनों का ये कहना रहा कि यह अनूठा कार्यक्रम चित्रकूट में हुआ जहां भगवान राम वनवास काल बिताया और इसी तपोभूमि से आध्यात्मिक ऊर्जा हासिल कर पूरी दुनिया में आदर्श प्रस्तुत किया। हम सभी भगवान राम के आदर्शाें को अपना कर अपने देश और समाज व परिवार की उन्नति के लिये आपसी भाई-चारा का संदेश प्रचारित करेंगे। कार्यक्रम के शुरूआत में सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी को अंगौछा भेंटकर सम्मान किया गया। पंजीकरण काउन्टर में रामशंकर वर्मा, मोहित बाजपेई का सराहनीय योगदान रहा।
उद्घाटन समारोह का सफल संचालन प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र नाथ मिश्र ने किया । सम्मेलन के पहले दिन विशिष्ट अतिथि डा0 कवीन्द्र, डा0 बेनीमाधव, कोषाध्यक्ष रामजपित सिंह, बृजेन्द्र कुमार श्रीमाली, राजकुमार बाजपेई, कमलाकान्त शर्मा, सुमनलता यादव, उमा रानी, मनोरमा, इन्द्रा अवस्थी, राममूति मौर्य, अरविन्द उपाध्याय, आनन्द उपाध्याय, ओम प्रकाश त्रिपाठी, केशव कुमार माथुर, राजेन्द्र श्रीवास्तव, रोशन सिंह, हनुमान प्रसाद शुक्ला, डा0 कमलाशंकर द्विवेदी, लल्लूराम शुक्ला, निर्मलेन्द्र पाण्डेय सहित प्रदेश भर के विभिन्न जनपदों से आये अवकाश प्राप्त बुजुर्ग शिक्षक-शिक्षिकाओं की शानदार उपस्थिति रही।