।। माँ जगत जननी आदिशक्ति जगदम्बा की महिमा अपरम्पार है।थल,जल एवं नभ में माँ आदिशक्ति की कृपा से ही खुशियों का अम्बार है ।।
प्रयागराज। माँ आदिशक्ति जगत जननी जगदम्बा के कृपा से ही तिहुँलोक चौदह भुवन का संचालन हो रहा है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने माँ आदिशक्ति बाराही माता के पुजारी सुनील पण्डा से माँ बाराही आदिशक्ति के मूल प्रांगण में दर्शनोंपरान्त बैठकर दिघिया मेजा प्रयागराज में कही। संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री माँ भगवती आदिशक्ति के अनन्य भक्तों में से एक हैं एवं जिला मंत्री द्वारा मां भगवती आदिशक्ति की स्तुति उन्नीस सौ इक्यानवे से अबतक लगातार जारी है। जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि मां आदिशक्ति जगत जननी जगदम्बा के कृपा से ही तिहुँलोक चौदह भुवन का संचालन हो रहा है।जिला मंत्री ने कहा कि मां आदिशक्ति बाराही की महिमा अनन्त एवं अपरम्पार है।जिला मंत्री ने बताया कि वे एकबार मां आदिशक्ति दुर्गा का दर्शन हेतु अपने एक करीबी साथी के साथ साइकिल से चुनार मिर्जापुर जा रहे थे और दिघिया में मां बाराही के दर्शन के बाद बहुत जोरों से बारिश होना शुरु हो गयी और आगे बढ़ पाना सम्भव न था।जिला मंत्री ने मां आदिशक्ति बाराही की स्तुति की और सकुशल मां दुर्गा धाम चुनार पहुँचाने के लिए आराधना की।फिर मां का अद्भुत चमत्कार हुआ और जिला मंत्री सड़क पर जिधर चलते उनके दायरे में बारिश न होती और अगल बगल बारिश होती रहती।यह शिलशिला पूरा मिर्जापुर तक चलता रहा फिर जिला मंत्री उस रात मिर्जापुर में ही रुक गए और अगले दिन चुनार पहुँचकर मां आदिशक्ति दुर्गा के दर्शन किए।जिला मंत्री ने आगे कहा कि इस संसार में एक मां ही तो है जो स्वयं में कष्ट सहकर पुत्रों एवं पुत्रियों को खुशियाँ प्रदान करती है।माँ की ममता का कोई मोल इस संसार में नही है।माँ ही किसी व्यक्ति के जीवन में प्रथम गुरु के रुप में भी होती है क्योंकि सर्वप्रथम किसी व्यक्ति को अन्धेरे से प्रकाश की ओर मां ही लाती है और आगे मां आदिशक्ति के लिए यह भी कहा कि माँ जगत जननी आदिशक्ति जगदम्बा की महिमा अपरम्पार है,थल जल एवं नभ में माँ आदिशक्ति की कृपा से ही खुशियों का अम्बार है।इस अवसर पर उपस्थित पं० शेषमणि शुक्ला ने कहा कि जिला मंत्री ने माँ आदिशक्ति जगत जननी एवं जन्म देने वाली दोनों ही माताओं का वर्णन बहुत ही सरलतम एवं उच्च श्रेणी के भाव में प्रस्तुत किया है।वास्तव में यह समूचा संसार ही मां भगवती आदिशक्ति के कृपा से ही चल रहा है।इस मार्मिक साहित्यिक एवं आध्यात्मिक वार्ता के दौरान आचार्य प्रकाशानन्द महराज,शिक्षाविद राम प्रसाद पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।