लखनऊ। लोकसभा चुनाव-2024 से पहले नेताओं के दल-बदल का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस अपने पुराने नेताओं की घर वापसी कराकर भी अपनी किलेबंदी कर रही है। उत्तर प्रदेश में अपने खोए जनाधार को तलाश रही कांग्रेस हर मोर्चे पर अपनी मजबूती के रास्ते खोज रही है।
बीते दिनों कांग्रेस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वर्ग में पकड़ रखने वाले इमरान मसूद की घर वापसी कराने के बाद रवि वर्मा के लिए भी दरवाजे खोले हैं। खीरी सीट से तीन बार सांसद रहे रवि प्रकाश वर्मा सपा का दामन छोड़ने के बाद अब कांग्रेस में शामिल होंगे। इसे सपा के लिए बड़ा झटका भी माना जा रहा है।
कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पांच व छह नवंबर को दूसरे दलों के नेताओं का पार्टी में शामिल होने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष अजय राय रविवार को रवि वर्मा को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराएंगे। उनके अलावा पूर्वांचल के कुछ नेता भी कांग्रेस में शामिल होंगे। रवि वर्मा कुर्मी बिरादरी के हैं और उनकी अपने समाज में गहरी पैठ रही है। वर्मा के साथ कई अन्य कुर्मी नेता भी कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।
रवि वर्मा के परिवार का राजनीति में गहरा दखल रहा है। उनके पिता स्वर्गीय बाल गोविंद वर्मा कांग्रेस के कद्दावर नेता थे। बालगोविंद वर्मा कांग्रेस से तीन बार सांसद और केंद्रीय मंत्री भी रहे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि कई दलों के नेता उनके संपर्क में हैं। दूसरे दलों के कई पूर्व सांसद व पूर्व विधायक कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।