उत्तरकाशी। विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए मंगलवार को बंद होंगे। कपाट बंदी के लिए गंगोत्री व यमुनोत्री धाम को फूलों सजाया गया है। मां गंगा के शीतकालीन पड़ाव मुखवा स्थित गंगा मंदिर को भी फूलों से सजाया जा रहा है। केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को भैयादूज पर बंद होंगे।
कपाट बंद होने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू होगी
वहीं शीतकाल के लिए भगवान बदरी नारायण के कपाट बंद होने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू होगी। मंगलवार की दोपहर 11:45 बजे गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त है, जिसके बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में कर सकेंगे।
यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के अवसर पर 15 नवंबर को बंद होंगे
केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज के अवसर पर 15 नवंबर को बंद होंगे। बदरी-केदार मंदिर समिति के कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने बताया कि केदारनाथ के कपाट बंद करने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। भगवान बदरी नारायण के कपाट बंद की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू होगी। 18 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।