ब्यूरो बांदा
बांदा – भारतीय किसान यूनियन अराo के द्वारा बालू खंड 5 मरौली के द्वारा ग्राम चटगन में किसानों की खराब की गई फसल का स्थलीय जायजा लिया गया। पूर्व में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को संबोधित ज्ञापन देते हुए खंड संचालक से खराब फसलों के मुआवजे की मांग करते हुए एक सप्ताह के अंदर कार्यवाही की मांग की गई थी। घटना क्रम को स्पष्ट किया गया कि विगत दिवसों में जिला प्रशासन की टीम आने की खबर लगते ही मरौली 5 बालू माफियाओ के छूटे पसीने और दौड़ते रहे इस पार से उस पार। रात मरौली खण्ड 5 में कार्रवाई की सूचना के चलते डेसकॉन बिल्ट टेक के मालिक ने बहुत ही शातिराना अंदाज दिखाया बांदा प्रशासन को अपनी सारी हैवीवेट पोकलैंड मशीनों को केन नदी पार कर चटगन गांव में किसानों की फसलों को रौंदती हुई उस पार करवा दी, जंगल में भारी भरकम मशीनें छिपा दी गई। बांदा प्रशासन में अच्छी पकड़ के चलते बार बार सारी पोकलैंड मशीनें बचा ले रहा है बालू माफिया। बीते कुछ दिनों पहले ही इसी मरौली खंड 5 में DM, बांदा ने 54 लाख की पेनल्टी लगाई थी,शातिर संजीव गुप्ता ने पोकलैंड तब भी बचा ली थी।
खनिज निदेशालय के मानकों के विपरीत मरौली खंड संख्या 5 में लगातार सीमांकन क्षेत्र से इतर अवैध खनन ही नहीं ओवरलोड के साथ-साथ एन आर के ट्रैकों का परिवहन तो कराया ही जाता है रसूख और राजनीतिक पकड़ के चलते खनिज विभाग में सूचना तंत्र का पूरा लाभ उठाने का मामला कल ही नजर आया है।