पटना /बिहार।“भारत छोड़ो आंदोलन” दिवस के अवसर पर ऐक्टू सहित देश के केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ऐक्टू, एटक, सीटू, इंटक, सेवा, एचएमएस, एआईयूटीयूसी, यूटीयूसी ,टीयूसीसी आदि श्रमिक संगठनों के आह्वान पर आज पटना में भारी वर्षा के कारण प्रतिकूल मौसम में भी ऐक्टू व अन्य ट्रेड यूनियन से जुड़े मजदूरों ने हजारों की संख्या में भाग लेकर देशव्यापी मजदूर महापड़ाव को सफल बनाया।
महापड़ाव सभा की शुरआत वर्षा के कारण एक घण्टा देरी से विधान सभा मुख्य द्वार के समक्ष स्थित शहीद स्मारक पर 1942 के अमर शहीदों को मजदूर नेताओं द्वारा माल्यर्पण के बाद हुई ।
इससे पूर्व बिहार के विभिन्न जिलों व पटना से बड़ी संख्या में ऐक्टू ,एटक सहित अन्य ट्रेड यूनियनों से जुड़े मजदूर सगठनों के मजदूर जिसमे ज्यादातर असंगठित क्षेत्र के निर्माण मजदूर, आशा,रसोइया,आंगनबाड़ी कर्मी, टेम्पो , ई- रिक्शा चालक, वैक्ससीन कुरियर ,रात्रि प्रहरी संघ आदि से जुड़े हजारो की संख्या में भाग लिया। सभी ने अपने हांथों में मोदी सरकार की अडानी अम्बानी परस्ती व देश मे साम्प्रदायिक विभाजन की साजिश,निजीकरण के खिलाफ अंधाधुंध ठीकाकरण पर रोक, सभी स्कीम वर्करो, संविदा ,मानदेय व आउटसोर्स कर्मियों को नियमित करने , सरकारी कर्मी का दर्जा देने, भुखमरी गरीबी पर रोक हेतु चरम महंगाई रिकॉर्ड बेरोजगारी पर काबू पाने, मजदूरों की गुलामी वाला 4 श्रम कोड रद्द करने सम्बन्धी प्ले कार्ड (तख्ती) अपने हांथो में लिए हुए थे तथा इसी आशय का नारा वे लगातार लगाते रहे ।
इस दौरान खासतौर से महापड़ाव स्थल पर आजादी के गद्दारो भारत छोड़ो,अंग्रेजो के दलालों भारत छोड़ो, साम्प्रदायिक दंगाइयों भारत छोड़ो ,अडानी अम्बानी के दलाल मोदी सरकार गद्दी छोड़, भुखमरी गरीबी ,बेरोजगारी, महंगाई बढ़ाने और मजदूरों को गुलाम बनाने वाली मोदी गद्दी छोड़ो का जमकर लगा नारा।
ऐक्टू राज्य अध्यक्ष श्यामलाल प्रसाद, एटक के गजनफर नवाब,इंटक के चंद्रप्रकाश सिंह, सीटू के गणेश शंकर सिंह,एआईयूटीयूसी के अनामिका कुमारी, यूटीयूसी के वीरेंद्र ठाकुर,
टीयूसीसी के अनिल शर्मा,सेवा के माधुरी सिन्हा के 8 सादस्यीय अध्यक्षमंडल ने मजदूर महापड़ाव सभा की अध्यक्षता संयुक्त तौर से की तथा सभा को भी संबोधित किया।
मजदूर महापड़ाव सभा को ऐक्टू के आरएन ठाकुर,रणविजय कुमार,आशा नेत्री शशि यादव,रसोइया नेत्री सरोज चौबे,महासंघ गोप गुट नेता रामबली प्रसाद, प्रेमचंद कुमार सिन्हा, जितेंद्र कुमार, एआईयूटीयूसी से सूर्यकर जितेंद्र, ऐक्टू के जितेंद्र कुमार,एटक के अजय कुमार,मुर्तजा अली,इंटक के अखिलेश पांडेय सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
आरएन ठाकुर, रणविजय कुमार,शशि यादव,रामबली प्रसाद आदि नेताओं ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला,नेताओं ने मोदी राज को विघटन व विनाशकारी सरकार के साथ साथ लोकतंत्र को रौंद तानाशशी को बढ़ाने वाला बताया ,नेताओं ने मोदी सरकार को 2024 के चुनावों में शिकस्त देने का आह्वान किया। नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार अडानी अम्बानी को देश की सम्पत्ति बेच रही है,अन्य सम्पत्तियों का राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना के तहत निजीकरण कर लोगों को बेरोजगार बना रही है,कम वेतन पर अधिक देर तक खटने पर मजबूर कर रही है, 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया लेकिन करोड़ो रोजागर छीन लिया ,नई स्थायी नियुक्ति को पूरी तरह बंद कर दिया ,4 श्रम कोड लागू कर मजदूरों को कानूनी व संवैधानिक अधिकारों के बाहर ढकेल ,हड़ताल व मांग मनवाने जैसे सभी अधिकार छीन देश में आजादी से पहले कि तरह कम्पनी राज थोप दिया,मजदूरों को कम्पनियों का गुलाम बना रही है,सेना जैसे क्षेत्र का निजीकरण कर देश की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है,भयानक गरीबी ,भुखमरी, रिकॉर्ड बेरोजगारी व चरम महंगाई और देशभर में साम्प्रदायिक दंगे मोदी सरकार की पहचान बन गयी है जिससे पूरी दुनिया मे भारत देश की बदनामी हो रही है।
नेताओं ने महंगाई, बेरोजगारी,घटती मजदूरी ,बढ़ती बेरोजगारी व महंगाई पर रोक लगाने,सभी ठीका अनुबंध मानदेय कर्मी व स्कीम वर्करों को सरकारी कर्मी घोषित करने तथा देशभर में साम्प्रदायिकता पर रोक की मांग किया।