अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन की ट्विटर पर नजर
अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन का कहना है कि इन प्राइवेसी और अनुपालन
अधिकारियों के इस्तीफे के बाद वह ट्विटर पर नजर रखे हुए है। इन इस्तीफों ने
ट्विटर को रेगुलेटरी ऑर्डर के उल्लंघन के जोखिम में डाल दिया है। गुरुवार
को ट्विटर कर्मचारियों के साथ मस्क की पहली बैठक हुई। मीडिया रिपोर्ट्स की
मानें तो उन्होंने खुद इस दौरान कहा कि कंपनी को अगले साल अरबों डॉलर का
नुकसान हो सकता है। हालांकि, ट्विटर की ओर से संभावित दिवालियेपन, एफटीसी
चेतावनी या इस्तीफों को लेकर पूछे गए सवाल पर कोई जवाब नहीं आया है।
ट्विटर की भारतीय यूनिट को 32 करोड़ का नुकसान
ट्विटर की भारतीय यूनिट को 31 मार्च, 2022 को समाप्त हुए वित्तिय वर्ष में
करीब 32 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। ट्विटर इंडिया ने वित्तिय वर्ष
2020-21 में 7.76 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी
का कर्मचारी खर्च 2020-21 में 43.25 करोड़ रुपये से रिपोर्ट किए गए वित्तिय
वर्ष के दौरान तीन गुना बढ़कर 136.81 करोड़ रुपये हो गया था। हालांकि,
ट्विटर इंडिया का राजस्व वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 82 प्रतिशत बढ़कर
156.75 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष में 86.36 करोड़ रुपये था।
मस्क के आते ही दूर जाने लगे विज्ञापन देने वाले
दरअसल, मस्क के सौदे ने ट्विटर को निजी बना दिया है। प्लेटफॉर्म के बोर्ड
को भंग कर दिया गया और सीईओ के रूप में उनकी एकतरफा शक्ति को बढ़ाया गया
है। मस्क के पास ट्विटर का मालिकाना आते ही विज्ञापन देने वाले दूर जाने
लगे। इससे कंपनी को हर दिन 4 मिलियन डॉलर का नुकसान होने लगा। ट्विटर के
पुनर्गठन की मस्क की योजना शीर्ष अधिकारियों की छंटनी के साथ शुरू हुई।
कर्मचारियों को एक ज्ञापन में मस्क ने छंटनी का बचाव ट्विटर को स्वस्थ
रास्ते पर रखने का प्रयास और कंपनी की सफलता को आगे बढ़ाने के लिए
दुर्भाग्य से आवश्यक के रूप में किया।