(एल.एस.यू.सी.) एण्ड (एल.एस.यू.एम.) के बारे में दी जानकारी
ललितपुर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में लीगल सर्विस यूनिट फॉर चिल्ड्रन्स (एल.एस.यू.सी.) एण्ड लीगल सर्विस यूनिट मनोन्याय (एल.एस.यू.एम.) स्कीम के अन्तर्गत दो दिवसीय अभिविन्यास प्रशिक्षण का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आलोक कुमार पाराशर द्वारा किया गया। एडीजे/सचिव यशवन्त कुमार सरोज की देख रेख में प्रशिक्षण का कार्यक्रम हुआ। जिला जज ने मां सरस्वती का माल्यापर्ण कर दीप प्रज्जवल किया। इस दौरान जिला जज ने (एल.एस.यू.सी.) एण्ड (एल.एस.यू.एम.) के संबंध में जानकारी उपलब्ध करायी गयी। (एल.एस.यू.सी.) क्या है और इसके बच्चों को क्या फायदे होगें कानूनी सेवाएं बच्चों के अधिकारों, उनकी सुरक्षा और कल्याण को सुनिश्चित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। बच्चों के लिए कानूनी सेवा इकाई (लीगल सर्विस यूनिट फॉर चिल्ड्रन्स (एल.एस.यू.सी.) का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों को कानूनी सहायता प्राप्त हो, विशेष रूप से उन बच्चों को जिनके पास कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए संसाधन नहीं होते हैं। यह इकाई बच्चों के मामलों में कानूनी अधिकारों की रक्षा करती है और यह सुनिश्चित करती है कि बच्चे किसी भी प्रकार के शोषण, उत्पीडऩ या अन्य अव्यवस्थाओं से बचें। इसमें इन्फेंट (बच्चें के जन्म) से लेकर 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों को निशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराना। इस दौरान एडीजे प्रथम गुलाब सिंह, एडीजे पॉक्सो नवनीत कुमार भारती, प्रधान न्यायाधीश किशोर न्याय बोर्ड रविशंकर गुप्ता, प्रोबेशन अधिकारी नंदलाल सिंह, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राजकुमार जैन, सदस्य प्रताप नारायण, डिप्टी चीफ लीगल एण्ड डिफेंस काउंसिल विक्रम सिंह ठाकुर, स्पेशल एज्युकेटर शशिकला मौर्य व पुनीत कुमार द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में पैनल लॉयर पुष्पेन्द्र सिंह चौहान, स्वत्रंत व्यास, राजेन्द्र प्रताप सिंह, बहादुर सिंह बुन्देला, गुलझार सिंह, शेरसिंह यादव व पी.एल.वी. डा.राजीव निरंजन, बलराम कुशवाहा, सुश्री रीना परमार, अरविन्द कुमार, राजेश कुमार राठौर, दीपक द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया।