ऊना। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा की हिमाचल प्रदेश में जब से कांग्रेस सरकार आई है तब से झूठ का बोलबाला प्रबल रूप से चल रहा है। कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से पहले बोला था कि सत्ता में आते ही पहली ही कैबिनेट में वो एक लाख नौकरियां देंगे। उनकी वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने भी इसी प्रकार के भाषण अनेकों जगह दिए।
नौकरियों को लेकर समझाई गई थी कैलकुलेशन
नौकरियों को लेकर उन्होंने एक कैलकुलेशन भी जनता को समझाई थी, शायद उनको याद होगा। शुक्रवार को ऊना में जारी प्रेस बयान में पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा की वर्तमान में वस्तु स्थिति कुछ और है , सच में देखा जाए तो यह सरकार नौकरियों से लोगों को निकालने का काम कर रही है। बड़ी संख्या में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न विभागों से लोगों को निकाल भी दिया गया है।
सबसे कम बेरोजगारी भाजपा की मोदी सरकार के दौरान हुई
कंवर ने कहा की एक तरफ भारत की कार्यबल में वृद्धि हो रही है, 6 वर्षों में सबसे कम बेरोजगारी भाजपा की मोदी सरकार के दौरान हुई है अगर वर्ष गणना के दृष्टिगत देखा जाए तो 2017-18 6 प्रतिशत, 2018-19 5.8 प्रतिशत, 2019-20 4.8 प्रतिशत, 2020-21 4.2 प्रतिशत, 2021-22 4.1 प्रतिशत और 2022-23 3.2प्रतिशत की बेरोजगारी दर है।
इसके साथ 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर कुछ इस प्रकार है ग्रामीण बेरोजगारी दर 2017-18 5.3 प्रतिशत और 2022-23 2.4 प्रतिशत। शहरी बेरोजगारी दर 2017-18 7.7 प्रतिशत और 2022-23 5.4 प्रतिशत। भारत की औसत बेरोजगारी दर 6.6 प्रतिशत है।
कंवर ने कहा की राष्ट्रीय औसत से अधिक बेरोजगारी दर वाले शीर्ष-3 राज्य का आंकड़ा भी है जिसमें हिमाचल प्रदेश 13.8 प्रतिशत, राजस्थान 11.7 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ 11.2 प्रतिशत है। हिमाचल बेरोजगारी की दृष्टि से सबसे तेजी से बढ़ता प्रदेश बन रहा है। कांग्रेस का शासन कुप्रबंधन शासन है और यह आंकड़े इसका प्रमाण है।